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अग्निपथ योजना -इंदौर में ट्रेन पर पथराव, लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पर हंगामा, पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी, लाठियां भी भांजी

  • 17 Jun 2022

उपद्रवियों ने पुलिस पर भी बरसाए पत्थर, छह को आई चोट
इंदौर। केंद्र सरकार की भारतीय सेना में भर्ती के लिए लाई गई 'अग्नि पथÓ योजना के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। शुक्रवार की सुबह इंदौर में लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन पर जमकर हंगामा हुआ। उपद्रवी यहां पर योजना का विरोध करते हुए ट्रेन रोकने पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस भी आ गई। इसी बीच ट्रेन पर पथराव किया गया तो पुलिस ने लाठियां भांजकर युवकों की भीड़ को खदेड़ा इसदौरान आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। तो वहीं उपद्रवियों ने पुलिस वालों पर भी पत्थर बरसाए। इससे करीब छह पुलिसकर्मियों को चोटें आई।
पुलिस के अनुसार भारी संख्या में छात्र भगीरथपुरा रेलवे क्रासिंग पर पहुंच गए थे। इन छात्रों की योजना ट्रेन को इसी ट्रैक पर रोकने की थी। जैसे ही पुलिस को इस बात की सूचना मिली वह तुरंत ही मौके पर पहुंची। भारी संख्या में आस-पास के थानों का पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचाया गया। जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को देखा, तो उन्होंने ट्रैक पर से पत्थर उठाए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव के दौरान वहां से गुजर रही कुछ गाडिय़ों को भी नुकसान पहुंचा। पथराव के बाद पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग कर इन प्रदर्शनकारियों को ट्रैक पर से खदेड़ दिया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें लगीं हैं।
दरअसल इस बार युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल करने का फैसला लिया गया है। इसमें साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा लड़के और लड़कियां इस भर्ती में भाग ले सकेंगे। इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र पात्र हैं। इसकी शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी। इसमें इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाना है। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा। चार साल के सेवाकाल के बाद 75 फीसदी जवानों की सेवाएं समाप्त हो जाएंगी। अधिकतम 25 फीसदी को रेगुलर कैडर में जगह मिलेगी। इसके लिए सेवाकाल पूरा होने के बाद ऐच्छिक आधार पर रेगुलर कैडर के लिए आवेदन करना होगा। इसी बात का विरोध पूरे देश भर में हो रहा है।
इसके पहले गुरुवार को मरीमाता चौराहे पर प्रदर्शन किया गया। यहां काफी संख्या में युवा एकत्रित हुए और विरोध जताया।  प्रदर्शनकारी युवाओं ने कहा कि भर्ती योजना के तहत केवल 4 साल के लिए युवाओं को भर्ती की जा रही है। हम पिछले कई सालों से सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। पूरे 17 साल नौकरी करने को भी तैयार है लेकिन सरकार युवाओं के साथ कुठाराघात कर रही है और यह योजना लेकर आई है। इसी बात को लेकर आज प्रदर्शन किया गया।
ट्रेन को सवा घंटे रोक रखा
लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन पर युवकों ने इंदौर ट्रेन को करीब सवा घंटा रोका। तोडफ़ोड़ करने की कोशिश की। जीआरपी के जवानों ने उन्हें समझाने की कोशिश की। बाणगंगा टीआई ने बताया कि 20-22 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। ये संभवत: उज्जैन शाजापुर के हैं। रेलवे स्टेशन के अंदर और बाहर भारी पुलिस बल तैनात है। एसीपी राजेश हिंगणकर का कहना है कि ट्रेन को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। युवकों ने पूरी कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें रोक दिया। इंदौर रेलवे जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार चार ट्रेन प्रभावित हुई हैं। वाराणसी-इंदौर महाकाल एक्सप्रेस और दौंड-इंदौर 30 से 45 मिनिट देरी से आईं। रतलाम-महू और महू-इंदौर मेमू ट्रेन को रद्द किया गया है।
महू में भी सेना भर्ती कार्यालय में प्रदर्शन करने बड़ी संख्या में पहुंचे युवा
तो वहीं गुरुवार देर रात महू में भी बड़ी संख्या में युवा पहुंच गए। जानकारी लगते बड़ी संख्या में पुलिस बल सहित आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और युवाओं को समझाने का प्रयास करते रहे। गुरुवार देर रात शहर के साई मंदिर पर शाजापुर, मंदसौर, नीमच, खंडवा, इंदौर, उज्जैन जिले के युवाओं की महू पहुंचने की सूचना मिलते ही एसडीम अक्षत जैन, एडिशनल एसपी शशिकांत कनकने, एसडीओपी दिलीप चौधरी, महू, किशनगंज, बडगोंदा थाने के थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। स्थानीय प्रशासन को सुबह से ही सूचना थी कि प्रदेश भर से बड़ी संख्या में युवा सेना भर्ती कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। जिसको लेकर सुबह से ही पुलिस प्रशासन अलर्ट था। बता दें कि शहर के डाक बंगले के पास ही सेना भर्ती कार्यालय है। कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन की सूचना सुबह से ही पुलिस विभाग को थी। विरोध करने आए युवाओं का कहना था कि 2 साल पहले ही आर्मी में हमारा सिलेक्शन हो गया था। लेकिन अभी तक हमें जॉइनिंग नहीं दी गई थी और अब यह नई योजना आने के बाद हमारा भविष्य तो खराब हो गया है, तो अब हम क्या करें।
देर रात 3 बसों से विरोध करने आए, शहर से भेजा बाहर
गुरुवार देर रात अलग-अलग जिलों से विरोध करने युवा महू पहुंचे थे लेकिन स्थानीय प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए इन युवाओं को तीन बसों में बैठाकर शहर से बाहर ले गए। पूरे मामले में एसडीएम अक्षत जैन का कहना है कि जानकारी लगने के बाद से ही तीन थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगा दी गई थी। इसके साथ ही विरोध करने वाले युवाओं को समझाइश देकर शहर से बाहर भेजा गया है। शुक्रवार को प्रदर्शन पर स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर बारीकी से नजर रखी जा रही है।