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जबलपुर

अधिकारी को पता नहीं चला अकाउंट आफीसर लेती रही दो साल तक दो गुना वेतन

  • 23 Mar 2023

जबलपुर,। किसी के बैंक खाते में हजार रुपये भी अप्रत्याशित रूप से आ जाएं तो उसके मन में उथल-पुथल शुरू हो जाती है। लेकिन, एक अकाउंट आफीसर के खाते में लगातार दो साल तक दो गुना वेतन जमा होता रहा और उसको पता नहीं चला। इतना ही नहीं उसके अधिकारियों को भी इसका अंदाजा नहीं हो पाया। इस मामले में 40 लाख के आस-पास गड़बड़ी होने का अंदाजा लगाया जा रहा है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत सिहोरा की मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना) शाखा में विक्रम साहू संविदा आधार पर लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत है। इसके खाते में दो साल तक दो गुना वेतन जमा हुआ। इसके अलावा भी इसके खाते में कुछ संदिग्ध लेन-देन हुआ। एक अनुमान के अनुसार करीब 40 लाख की गड़बड़ी की गई है। इसे लेकर जिला स्तर से जांच की जा रही है।
पांच लाख जमा कराए
फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद संबंधित अकाउंट आफीसर ने खुद को इस गड़बड़ी से अनभिज्ञ बताया, जबकि मनरेगा के मद से जारी की जाने वाली राशि का बिल इसे ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत की ओर अग्रेषित करना होता था। विक्रम साहू से पांच लाख रुपये शासन के खाते में वापस जमा कराए जा चुके हैं।
जनपद प्रशासन की भूमिका संदिग्ध
इस मामले में जनपद पंचायत सिहोरा की तत्कालीन सीईओ की भूमिका भी संदेह के दायरे में है। क्योंकि सभी देयकों को उनके ही डिजीटल हस्ताक्षर से स्वीकृति दी जाती थी। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि उनके सामने दो साल तक बिल प्रस्तुत किए जाते रहे और वो डिजिटली हस्ताक्षरित करके उनको आगे बढ़ाती रहीं।