भोपाल। सिर्फ छह माह मां के गर्भ में रहने के बाद इस दुनिया में आ गई अनाया। डाक्टरों ने जब उसे हथेली में रखकर माता-पिता को दिखाया तो उसका वजन मात्र 600 ग्राम था। चिकित्सकों ने जहां उसे जीवन देने का संकल्प लिया तो अबोध अनाया ने भी अपनी जीवटता दिखाई। 90 दिन तक नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू) में कृत्रिम गर्भाशय की तरह काम करने वाले इंक्यूबेटर और फिर वार्मर रहने के बाद शुक्रवार 26 अगस्त को उसने खुली हवा में सासं ली। चिकित्सकों के अनुसार अब वह जिंदगी की जंग जीत चुकी है। दुलार अस्पताल के संचालक डा. वरुण राय ने बताया कि जन्म के बाद एक निजी अस्पताल से रेफर होकर बच्ची उनके यहां आई थी। उसके फेफड़े ठीक से नहीं बने थे, इस कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। पहले दिन से ही बच्ची को वेंटिलेटर पर रखा गया था। 25 दिन बाद उसकी हालत में कुछ सुधार हुआ तो वेंटिलेटर हटाया गया।
भोपाल
अनायास दुनिया में आ गई 600 ग्राम की अनाया ने जीती जिंदगी की जंग
- 27 Aug 2022