इंदौर। भारत के स्वाधीनता संग्राम से जुड़ी स्मृतियों एवं संग्राम में भाग लेकर अपनी आहुतियां देने वाले परिवारों के प्रति शासन के उपेक्षापूर्ण व्यवहार के चलते शही व सेनानी परिवारों के सामने विशिष्ट पहचान खोने का संकट आ गया है। इन स्मृतियों व अस्तित्व की पहचान के लिए आगामी 9 अगस्त को देख के विभिन्न प्रांतों में शहीद व सेनानी परिजन राज्यपाल को ज्ञापन देकर अपनी बात रखेंगे। इसी क्रम में स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन भोपाल क्रांति दिवस के मौके पर समुदाय की ओर से राज्यपाल को अनुरोध पत्र देकर अपनी भावनाओं से अवगत कराएगा।
उक्त जानकारी देते हुए संगठन के प्रदेशाध्यक्ष अजय सीतलानी ने बताया कि अन्य राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश के सेनानी परिजनों की स्थिति दयनीय बनी हुई है। अनेक राज्यों में भाजपा शासित प्रदेश शामिल है लेकिन वहां सेनानी परिजनों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि को लेकर नियम व प्रावधान बने हुए हैं जिन पर अमल कर राहत दी जा रही है लेकिन प्रदेश में पुरानी सरकारों द्वारा नियमानुसार दी जाने वाली सम्मान निधि के प्रावधान खत्म किए गए हैं। उन्होने कहा कि सेनानी परिजनों के हिताथ कोई ऐसा प्रावधान नहीं बचा है जिस पर अमल कर लाभ पहुंच सके। इसलिए आगामी बैठक कर कार्यक्रम तय होंगें साथ ही सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जाएगी।
इंदौर
अब अस्तित्व की लड़ाई लड़ेंगे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, 9 अगस्त को राज्यपाल के नाम देंगें ज्ञापन
- 06 Aug 2021