उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में मॉर्निंग व इवनिंग वॉक करने वालों पर विश्वविद्यालय ऑक्सीजन टैक्स लगाने की तैयारी कर रहा है। कुलपति का कहना है कि यह टैक्स स्वैच्छिक रहेगा। इसका उद्देश्य विवि परिसर के ऑक्सीजन लेवल को कायम रखने के साथ उसमें बढ़ोतरी करना है। एक पौधे से रोज 550 किलोग्राम ऑक्सीजन मिलती है जबकि एक व्यक्ति एक दिन में 750 किलो ऑक्सीजन का उपभोग करता है। ऐसे में जरूरी है कि हमें ऑक्सीजन के लेवल को बनाए रखने के और उपाय भी करने होंगे। इसके लिए उन लोगों को भागीदार बनाएंगे, जो यहां रोज आते हैं। परिसर में सम्राट विक्रमादित्य के नौ रत्नों के नाम पर नौ पर्यावरण संरक्षित क्षेत्र भी विकसित किए जाएंगे। धन्वंतरि, क्षपणक, अमरसिंह, शंकु, घटकर्पर, कालिदास, वेतालभट्ट, वररुचि और वराह मिहिर सम्राट विक्रमादित्य के राज दरबार के अंग थे। इन्हें नौरत्न भी कहा जाता था। इनके नाम पर विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में नौ क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। इनमें अलग अलग प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे। यह पौधे मॉर्निंग और इवनिंग वॉक करने वाले सदस्य लगाएंगे। कुलपति ने बताया उन्हें इस तरह जोड़ा जाएगा कि वे केवल पौधे लगाकर ही न छोड़ दें। वे संबंधित पौधा लगाने के साथ सालभर उसका रखरखाव करें। तार फेंसिंग करवाएं। उसमें पानी दें। जरूरत पडऩे पर एक व्यक्ति को नियुक्त तक करें। इसके लिए एक सप्ताह में मॉर्निंग व इवनिंग वॉक पर आने वालों के साथ उसी जगह पर स्टेंडिंग बैठक रखी जाएगी।
उज्जैन
अब सांस लेने पर लगेगा टैक्स
- 02 Aug 2021