बेंगलुरु-पुणे के फूलों से सजा महाकाल मंदिर, 60 किमी लंबा इंदौर-उज्जैन हाइवे जगमग
उज्जैन। वाराणसी में काशी विश्वनाथ के बाद देश के एक और ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर का नया रूप निखर गया है। प्रधानमंत्री आज शाम अद्भुत अलौलिक महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। महाकाल लोक प्रोजेक्ट को दो फेज में 856 करोड़ रुपए की लागत से डेवलप किया जा रहा है। इसके बाद 2.8 हेक्टेयर में फैला महाकाल परिसर 47 हेक्टेयर का हो जाएगा। इसमें 946 मीटर लंबा कॉरीडोर है, जिस पर चलकर भक्त गर्भगृह तक पहुंचेंगे।
पीएम मोदी शाम 6.30 बजे 200 संतों और 60 हजार लोगों की मौजूदगी में महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम के लिए महाकाल मंदिर समेत पूरे परिसर को देशी-विदेशी फूलों से सजाया गया है। इसके लिए बेंगलुरु और पुणे समेत सात शहरों से फूल मंगाए गए हैं। प्रधानमंत्री वापसी में उज्जैन से इंदौर तक का रास्ता सड़क मार्ग से तय कर सकते हैं। इसलिए 60 किमी लंबे हाइवे को स्पेशल लाइटिंग के जरिए दुल्हन की तरह सजाया गया है।
उज्जैन में रात को हेलिकॉप्टर के उडऩे और उतरने की सुविधा नहीं है। इसलिए वापसी में प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से इंदौर जा सकते हैं। इसी संभावना को देखते हुए उज्जैन के बीच 50 किमी लंबी सड़क को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है।
लोकार्पण से 40 देशों के अप्रवासी भारतीय जुड़ेंगे
विदेश विभाग भाजपा मध्य प्रदेश द्वारा वर्चुअल गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तथा प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा शामिल रहे। कार्यक्रम के दौरान लगभग 40 देशों से जुड़े एनआरआई का स्वागत करते हुए मध्यप्रदेश विदेश विभाग के सह-संयोजक रोहित गंगवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 11 अक्टूबर को श्री महाकाल लोक के लोकार्पण कार्यक्रम की जानकारी दी। कार्यक्रम में उपस्थिता प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि, 11 अक्टूबर को श्री महाकाल लोक के प्रथम चरण का लोकार्पण करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पधार रहे हैं। मैं पुरे विश्व में रह रहे एनआरआई को इस कार्यक्रम से जुडऩे और इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने हेतु आमंत्रित करता हूँ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चूअल गोष्ठी में बताया कि महाकाल महाराज प्रांगण के परिसर में महाकाल लोक की एक अद्भुद रचना हुई है। वर्ष 2016 में सिंहस्थ के दौरान यह विचार आया था कि महाकाल महाराज के दर्शन करने देश व विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। दर्शन व पूजन के बाद कोई ऐसी रचना होनी चाहिए ताकि भगवान शिव की लीलाओं और कथाओं को भक्तगण जाने तथा हमारी आने वाली पीढ़ी भी इन कथाओं से परिचित हो सके। इसी उद्देश्य से हमारी सरकार ने इस हेतु कार्य करना शुरू किया और 2018 में श्री महाकाल लोक के अद्भुद, दिव्य और भव्य निर्माण की स्वीकृति दी गई। मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि 11 अक्टूबर को आप अपने-अपने देशों से ऑनलाइन माध्यम से ही श्री महाकाल लोक के लोकार्पण कार्यक्रम से जुड़ें और जब भी समय मिले तब महाकाल महाराज के दर्शन करने और श्री महाकाल लोक के दिव्य स्वरुप का साक्षात्कार करने उज्जैन जरूर पधारें।
इंदौर से उज्जैन चाक-चौबंद व्यवस्था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंलवार को उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण के लिए आ रहे हैं। प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्देनजर इंदौर से लेकर उज्जैन तक सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। कल सुपर कॉरिडोर पर पीसीएस के नजदीक ड्यूटी में शामिल सभी कर्मचारियों को उनके काम की ब्रीफिंग की गई। उन्हें उनके परिचय पत्र बांटे गए साथ ही रिहर्सल भी की गई। इधर प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले इंदौर पुलिस ने होटल लॉज सहित शहर के चप्पे-चप्पे पर तलाशी और चेकिंग अभियान भी छेड़ दिया है। इंदौर पुलिस का ज्यादातर स्टाफ वीआईपी ड्यूटी में लगा हुआ है इस वजह से कई थाने खाली पड़े हुए हैं। मंलगवार को उज्जैन में बाबा महाकाल मंदिर के नव श्रंगारित परिसर महाकाल लोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। कार्यक्रम को लेकर इंदौर और उज्जैन पुलिस प्रशासन के साथ ही मध्य प्रदेश सरकार भी हाई अलर्ट पर है। कई दिनों पहले से तैयारियां चल रही है। आज उन्हें अंतिम रुप दिया जा रहा है। सुबह से टीसीएस परिसर में उन सभी कर्मचारियों और अधिकारियों जो प्रधानमंत्री की यात्रा में ड्यूटी में शामिल रहेंगे आला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें उनका काम समझाया। ड्यूटी के बारे में ब्रीफिंग की। साथ ही वीआईपी ड्यूटी के लिए पास भी वितरित किए।
उज्जैन
अलौकिक ''महाकाल लोक'', शाम को पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे लोकार्पण
- 11 Oct 2022