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इंदौर

अंतिम समय में जीत के कयास ...  नगर सरकार का कौन होगा सरताज

  • 16 Jul 2022

कल मतगणना, आज रातभर सो नहीं पाएंगे प्रत्याशी
इंदौर। नगर निगम चुनाव के मतों की गणना कल यानि रविवार को होगी, एक ओर जहां निर्वाचन आयोग, जिला प्रशासन और पुलिस ने इसे लेकर अपनी-अपनी तैयारी पूरी कर ली है, वहीं अंतिम दिन और आखिरी समय तक महापौर प्रत्याशियों और पार्षदों की जीत के कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में हालत यह है कि परिणाम जानने की बैचेनी में नेता और प्रत्याशी आज रातभर सो नहीं पाएंगे, खैर कुछ भी हो अब कुछ ही घंटों बाद पता चल जाएगा कि नगर सरकार का सरताज कौन होगा...?
 इंदौैर , भोपाल ग्वालियर समेत प्रदेश की 11 नगर निगमों में सम्पन्न हुए प्रथम चरण के नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम का इंतजार खत्म होने वाला है।  प्रथम चरण के चुनाव की मतगणना 17 जुलाई को होगी और इसमें 11 महापौर प्रत्याशियों का फैसला होगा। इन 11 निगमों में किसकी सत्ता में बनेगी और किसे वनवास झेलना पड़ेगा, यह तस्वीर साफ होने में कुछ ही घंटे बचे हैं। रविवार को  सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। वोटों की गिनती की शुरूआत हमेशा की तरह पोस्टल बैलेट से होगी और फिर ईवीएम खोली जाएंगी। इंदौर में 19 महापौर और 340  पार्षद उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला इन्हीं ईवीएम में बंद है। फिलहाल सभी की नजरें इसी बात पर टिकी हैं कि ईवीएम में क्या निकलता है।
पहले पोस्टल बैलेट की गणना
स्थानीय नेहरु स्टेडियम में काउंटिंग सुबह आठ बजे पोस्टल बैलेट की गणना के साथ शुरूहोगी। मतगणना राउंडवार होगी। चुनाव लड़ रहे 19 महापौर और 400 से ज्यादा पार्षद प्रत्याशियों के मतों की गिनती के लिए विधानसभा वाइज काउंटर बनाए गए है। जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी दिशा निदेर्शों के अनुसार मतगणना की सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
सभी सीटों पर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
नगरीय निकाय के प्रथम चरण की मतगणना 17 जुलाई को होगी। इसमें प्रदेश की 11 नगर निगमों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर , सतना , सागर, जबलपुर , छिंदवाड़ा, सिंगरौली , उज्जैन , खंडवा, तथा बुरहानपुर के महापौर और पार्षद प्रत्याशियों का फैसला होगा। सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। प्रत्याशियों ने अपनी-अपनी जीत के लिए समीकरण लगाए हैं तो वहीं समर्थक व कार्यकर्ता रोजाना जीत के दावे कर रहे हैं। जीत के लिए प्रत्याशियों के समर्थक आश्वस्त हैं, लेकिन असल तस्वीर रविवार को ही साफ होगी।
शालीनता से लड़ा चुनाव
निगम चुनाव में एक बात अच्छी देखने को ये मिली की पूरे चुनाव केम्पनिंग के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला और भाजपा प्रत्याशी पुष्य मित्र भार्गव ने पूरे शालिनता के साथ चुनाव लड़ा। दोनों प्रत्याशियों ने एक बार भी एक दूसरे पर गंदे भद्दे , आड़े तिरछे आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाए। जनसम्पर्क के दौरान हर संजय अपने मतदाताओं से बडी ही विनम्रता के साथ मिले। ऐसी ही भूमिका भाजपा प्रत्याशी पुष्यमित्र ने भी निभाई। दोनों के व्यवहार को शहर के मतदाताओं ने किस तरह पंसद किया।  इसका फैसला तो 17 तारीख को ईवीएम मशीन खुलने पर ही पता चलेगा।
चुनावी चर्चा व सट्टा बाजार गर्म
नगरीय निकाय चुनाव 2022 के परिणाम आने में अब केवल एक दिन का समय बचा है। मतगणना की तारीख बिलकुल नजदीक आ चुकी है, प्र्रत्याशियों की धड़कनें बढऩे लगी है। हार-जीत को लेकर चुनावी चर्चा व सट्टा बाजार गर्मा रहा है।  राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, समर्थक और प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत को लेकर बूथवार मंथन करने में जुटे हैं। अब प्रत्याशी अपने एजेंट भी तैयार करने में जुट गए है।