इंदौर। आईआईएम इंदौर परिसर में कोरोना संक्रमण कम होने के बाद छात्रों के वापस लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है, लेकिन छात्रों को 72 घंटों के भीतर की निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीन के पहले डोज का सर्टिफिकेट होने पर ही प्रवेश की अनुमति है। कोरोना काल के बाद करीब एक हजार छात्र वापस आईआईएम इंदौर परिसर में लौटे है। आईआईएस से मिली जानकारी के मुताबिक वापस आए छात्रों को मेडिकल सेंटर में जांच और होस्टल में सात दिन के क्वारेंटाइन पूरा करने के बाद ही कॉलेज की सामान्य गतिविधियों में शामिल होने दिया जा रहा हैं।
आईआईएम से मिली जानकारी के मुताबिक छात्रों में आईपीएम के दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्रों के अलावा, पीजीपी, ईपीजीपी, एफपीएम, पीजीपी एचआरएम के एक हजार से ज्यादा छात्र शामिल है। 100 से 150 छात्रों को एक साथ प्रवेश दिया जा रहा। हालांकि उन्हीं छात्रों को प्रवेश की अनुमति है, जिनके पास वैक्सीन के पहले डोज का सर्टिफिकेट और 72 घंटों के भीतर की निगेटिव रिपोर्ट है।
क्लास में सिर्फ 1 तिहाई छात्र
प्राप्त जानकारी अनुसार यहां क्लास रूम में क्षमता से एक तिहाई छात्रों को बैठाया जा रहा हैं। शेष छात्र होस्टल रूम से क्लास अटेंड कर रहे है। आईआईएस डायरेक्टर प्रो. हिमांशु राय के मुताबिक सरकार की गाइडलाइन के तहत पढ़ाई करवाई जा रही है। आॅनलाइन क्लास को सिम्युलेशन और ग्रुप एक्टिविटी की सहायता से गुणवत्तापूर्ण कर रहे हैं।
इंदौर
आईआईएम में वापस आने लगे छात्र, 72 घंटों के भीतर की निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीन के पहले डोज का सर्टिफिकेट जरूरी
- 19 Aug 2021