शासन ने कहा- आवेदन पेंडिंग, अभी न जाएं; वे नहीं माने, नौकरी छोडऩे का कारण निजी बताया
भोपाल। आईएएस अवॉर्ड होने पर 17 जनवरी 2022 को आईएएस अफसर बने 2014 बैच के अधिकारी वरदमूर्ति मिश्रा ने नौकरी छोड़ दी है। उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग (कार्मिक) को बुधवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआर) का आवेदन दे दिया और गुरुवार को दोपहर बाद दफ्तर छोड़कर रवाना हो गए। मिश्रा खनिज निगम में ईडी पदस्थ थे।
आवेदन में उन्होंने नौकरी छोडऩे की वजह निजी बताई है। आवेदन मिलने पर शासन ने मिश्रा ने कहा कि जब तक यह आवेदन प्रक्रिया में है, तब तक वे काम करें, लेकिन तीन महीने का करीब साढ़े पांच लाख रुपए वेतन जमा कराकर वे रवाना हो गए।
डेढ़ घंटा पीएस के पास बैठे और लंच से पहले चले गए
वीआर का आवेदन देने के बाद गुरुवार सुबह 11 बजे वरदमूर्ति खनिज विभाग के प्रमुख सचिव व खनिज निगम के एमडी सुखवीर सिंह से मिले। वे दोपहर करीब 12.30 बजे निगम के लोगों के पास पहुंचे और मुलाकात करके लंच से पहले ही दफ्तर छोड़ दिया।
लोगों ने मिश्रा से जाने की वजह पूछी, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। मिश्रा पिछली कमलनाथ सरकार में मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव पदस्थ थे। बाद में छिंदवाड़ा भेजे गए। वहां से लौटने के बाद उन्हें खनिज निगम में ईडी बनाया गया था। वे 7 साल बाद अगस्त 2029 में रिटायर होने वाले थे।
पहले भी कई आईएएस ले चुके वीआर
मिश्रा से पहले भी कई आईएएस अफसर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुके हैं। इसमें वर्ष 2017 में रश्मि शुक्ला शर्मा, 2015 में स्वर्णमाला रावला, प्रवेश शर्मा, धीरज माथुर, गौरीसिंह और अजय सिंह यादव शामिल हैं। स्मिता घाटे चंद्रा ने पहले वीआर लिया, फिर उसे वापस कराया।
भोपाल
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- 03 Jun 2022