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आखिर कब परेशान होंगे शहरवासी ... दो कोरोनाकाल बीते, लेकिन बीच शहर में स्थिति जस की तस

  • 09 Aug 2021

ड्रेनेज लाइन के लिए हुई थी खुदाई, अब तक नहीं पूरी बन पाई सड़क
इंदौैर। शहर में जगह-जगह पर विकास कार्य के नाम पर कहीं खोदाई की गई है तो कहीं सड़कें आधी अधूरी बनाकर छोड़ दी गई है। सरवटे बस स्टैंड को ही देखा जाए तो तय समय में काम पूरा होता नहीं दिख रहा है। वहीं अनेक स्थान ऐसे हैं जहां समय सीमा पूरी होने के बाद भी अब कार्य ही चल रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कब तक शहरवासी परेशान होते रहेंगे और जिम्मेदार अधिकारी केवल कोरोना का रोना रोते हुए यह आश्वासन देते रहेंगे कि काम जल्दी ही निपट जाएगा।
यहां हो रही सबसे ज्यादा अनदेखी
शहर के सबसे व्यस्ततम इलाके सरवटे बस स्टेण्ड तथा रेलवे स्टेशन के पास में ड्रेनेज लाइन चोक तथा जलजमाव की परेशानी को खत्म करने के लिए नगर निगम ने करीब साल भर पहले से यहां ड्रेनेज लाइन डालने का काम शुरु किया था जो पूरा हो गया है, लेकिन अधिकारियों की अनदेखी की वजह से अभी भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। स्टेशन के सामने सड़क अधूरी होने से आए दिन दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है वहीं परेशानी भी हो रही है। कुछ दिन पहले पटेल ब्रिज तक तो पेवर ब्लॉक लगाकर मामला दबा दिया लेकिन सरवटे बस स्टेण्ड तक सड़क बनना अभी बाकी है।
कछुआ चाल से हो रहा काम
खुदाई और लाइन का काम चलते दो कोरोनाकाल बीत गए लेकिन अभी भी इसने रफ्तार नहीं पकड़ी है। लाइन बिछाकर जैसे-तैसे राजकुमार ब्रिज से लेकर सरवटे तक के गड्ढे भरकर पेवर ब्लॉक लगा दिए गए लेकिन जहां अधिक दबाव के कारण पक्की सड़क बननी थी वहां काम कछुआ चाल से चल रहा है। इस लापरवाही और अनदेखी के कारण स्टेशन पर आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि रेलवे स्टेशन पर ट्रेने चालू होने से यात्रियों को भी दिक्कतें आ रही है।
सरवटे के सामने भी यही हालात
नगर निगम शहर में कई स्थानों की ड्रेनेज लाइन बदलने के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रहा है ताकि जलजमाव की परेशानी को दूर किया जा सके लेकिन बारिश के दौरान कई स्थानों पर ये दिक्कत देखने को मिल रही है। यहां पर लाइन तो डाल दी गई लेकिन जहां पर अधिक वाहनों का दबाव होता है वहां सड़क तक नहीं बन पाइ है। सरवटे बस स्टेण्ड के आसपास स्थिति जस की तस है। हालाकि फिलहाल यहां बसों का संचालन तो बंद है लेकिन यदि बसें चालू होती तो स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो जाती।