लगातार सामने आ रहे मिलावटखोरी के मामले
इंदौर। प्रदेश सरकार द्वारा मिलावटखोरों पर लगाम कसने के लिए जब कभी अभियान चलाया जाता है तो कुछ दिनों के लिए खाद्य वस्तुओं में मिलावट बंद हो जाती है, लेकिन अभियान े ठंडा पड़ते ही फिर से मिलावटखोर सक्रिय होकर लोगों की जान से खिलवाड़ करने लगते हैं। ऐसे में सवाल उठने लगते हैं आखिर कब इस मिलावटखोरी पर अंकुश लगेगा। हाल ही में एक बार फिर से प्रदेश में अलग-अलग शहरों में खाद्य वस्तुओं सहित अन्य वस्तुओं में मिलावट के मामले लगातार सामने आने लगे हैं।
नेपाल के तेल को किया जा रहा था रिपैकिंग, 10 लाख का तेल जब्त
इंदौर में नेपाल में निर्मित तेल को यहां रिपैकिंग कर व्यवसाय किया जा रहा था। तेल मिलावटी होने की शंका में जिला प्रशासन ने शुक्रवार रात छापा मारा और 10 लाख का तेल जब्त कर सेम्पल जांच के लिए भेजे हैं। कार्रवाई पालदा स्थित महेंद्र ब्रदर्स कंपनी पर की गई। अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर को मामले में सूचना मिली थी जिस पर यहां छापा मारा गया। टीम ने मौके पर मौजूद महेश गुलवानी से विभिन्न खाद्य पदार्थों के 11 सेम्पल लिए। इनमें स्वाद गोल्ड रिफाइंड सोयाबीन ऑइल, एमपी नंबर वन रिफाइंड सोयाबीन ऑइल, स्वाद गोल्ड रिफाइंड सोयाबीन ऑइल, स्वाद गोल्ड रिफाइंड सोयाबीन ऑइल, मपी नंबर-1 रिफाइंड सनफ्लावर ऑइल, सागर गोल्ड रिफाइंड पामोलिन ऑइल, हैल्थी किंग रिफाइंड सोयाबीन ऑइल, सूर्या कोकोनट ऑइल, हैलो रिफाइंड सनफ्लावर ऑइल, सिद्ध बाबा रिफाइंड सोयाबीन ऑइल, हैलो रिफाइंड सोयाबीन ऑइल हैं। जब्त किए गए इन तेलों की कीमत 10 लाख रु. है। खास बात यह कि इनमें सूर्या कोकोनट ऑइल, हैलो रिफाइंड सनफ्लावर ऑइल, सिद्ध बाबा रिफाइंड सोयाबीन ऑइल, हैलो रिफाइंड सोयाबीन ऑइल नेपाल से निर्मित होना पाया गया जिसकी यहां रिपैकिंग की जा रही थी।
घर में खोल ली नकली दूध-घी की फैक्ट्री
उधर, भिंड के पावई क्षेत्र में नकली दूध का कारोबार पकड़ा गया है। खाद्य विभाग और पुलिस अफसरों ने यहां छापा मारा। डेयरी संचालक घर में ही एक कमरे में नकली दूध और घी बना रहा था। अफसरों के पहुंचते ही डेयरी संचालक भागने लगा। पुलिस ने उसे पकड़ लिया। मौके से दूध बनाने की सामग्री और अन्य सामान जब्त किया गया है। कार्रवाई पावई क्षेत्र के मनीराम का पुरा में हुई। शुक्रवार शाम फूड इंस्पेक्टर बृजेश शिरोमणि और पावई थाना प्रभारी सुधाकर तोमर के साथ मनीराम का पुरा स्थित दिनेश बघेल के घर पहुंंचे। यहां दूध का नकली कारोबार होने की सूचना थी। जब वे घर अंदर पहुंचे, तो दूध डेयरी का कारोबार कमरे में संचालित होते हुए मिला। यहां बड़ी मात्रा में स्किम्ड मिल्क, पाम ऑइल, लिक्विड डिटर्जेंट जैसे केमिकल युक्त पदार्थ मिले। इसी कमरे में घी की चार टीन जब्त कर सिंथेटिक मिल्क का नमूना लिया गया है। इसे जांच के लिए भेजा जाएगा। कार्रवाई के बीच डेयरी संचालक दिनेश ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया। फूड अफसरों के मुताबिक आरोपी ने घर के कमरे में डेयरी संचालित कर रखी थी। खुद का उत्?पादन करने के लिए दूसरे कमरे में मिलावट का सामान रखा था। डेयरी संचालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। फूड विभाग के इंस्पेक्टर बृजेश शिरोमणि ने बताया, डेयरी संचालक आसपास के बाजार में ही नकली दूध- घी सप्लाई करता था। तलाशी लेने पर कमरे में एक बोरी स्किम्ड मिल्क पावडर, रिफाइंड की दो टीन, 15 किलो पाम ऑइल, 10 लीटर हाइड्रोजन पर ऑक्साइड, 15 केजी लिक्विड डिटर्जेंट और 40 केजी घी की चार टीन जब्त की हैं। इसके बाद टीम मानपुरा गांव में पहुंची और देर शाम तक कुछ डेयरियों पर कार्रवाई की। फूड इंस्पेक्टर अवनीश गुप्ता ने बताया कि दिनेश डेयरी पर अपशिष्?ट पदार्थों से दूध बनाया जा रहा था, जो सेहत के लिए जहर से कम नहीं है। मामले को संगीन मानते हुए आरोपी संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए केस दर्ज किया है।
DGR विशेष
आखिर कब लगेगा मिलावट पर अंकुश ?
- 24 Jul 2021