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उज्जैन

आगामी 4 दिनों में 15 लाख श्रद्धालुओं के महाकाल मंदिर पहुंचने का अनुमान

  • 11 Aug 2023

लगातार छुट्टी होने से मंदिर में रहेगी भीड़, प्रशासन के सामने चुनौती
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में आगामी 4 दिन प्रशासन के लिए चुनौती भरे रहेंगे। अधिक श्रावण मास के चलते मंदिर में प्रतिदिन 50 हजार से 1 लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। शनिवार-रविवार अवकाश और श्रावण सोमवार महाकाल सवारी के बाद फिर 15 अगस्त का अवकाश होने से 15 लाख के लगभग श्रद्धालुजन मंदिर दर्शन के लिए आएंगे। गत शनिवार-रविवार को भी दर्शनार्थियो की संख्या 10 लाख के लभगग पहुंच गई थी। महाकाल मंदिर में भीड़ प्रबंधन मुश्किल भरा होता जा रहा है। मंदिर के आसपास चारों ओर केवल ई-रिक्शा की भरमार दिखाई देती हंै। उल्लेखनीय है कि महाकाल लोक के लोकार्पण के पश्चात श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या 10 गुना बढ़ गई हैं। पिछले एक माह में 1 करोड़ श्रद्धालुनज महाकाल मंदिर दर्शन के लिए आए हंै। श्रद्धालुओं की संख्या प्रशासन द्वारा हेड मशीन से की जा रही है।
नागपंचमी पर भी रहेगी परीक्षा की घड़ी
21 अगस्त को भी पुलिस-प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती रहने वाली हैं। इस दिन नागपंचमी हैं और महाकालेश्वर की सवारी भी निकलना है। ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। एक अनुमान के अनुसार 7 लाख से अधिक श्रद्धालु आएंगे। इसी आंकड़े को ध्यान में रखकर अधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं ताकि श्रद्धालुओं को सुगमता से दर्शन कराए जा सके। वर्ष में एक बार 24 घंटे के लिए नागपंचमी पर भगवान श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुलते हैं। इसी परंपरा के चलते 20 अगस्त की रात 12 बजे शासकीय पूजा के बाद भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन   श्रद्धालु कर सकेंगे। अधिकारियों का मानना है कि इन 24 घंटे के दौरान ज्यादातर श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने पहुंचेंगे।
नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर एवं महाकालेश्वर के दर्शन सुगमता से हो सके,इस हेतु कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम एवं एसपी सचिन शर्मा ने वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देशित किया कि समय पूर्व सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। नागपंचमी पर्व के अवसर पर भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए पृथक एवं भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए पृथक से प्रवेश दिया जाएंगा। मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि भील धर्मशाला पर जूता स्टेण्ड बनाकर श्रद्धालुओं को गंगा गार्डन वाले रास्ते से हरसिद्धि मंदिर के जिकजेक में लाया जाएंगा। यहां से भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को जिकजेक में से होकर हरसिद्धि मंदिर के सामने से होकर बड़ा गणेश व बड़ा गणेश के सामने 4 अथवा 5 नम्बर गेट से प्रवेश दिया जाएंगा। इसके आगे श्रद्धालु एयरो ब्रिज से होकर भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करेंगे। दर्शन उपरांत हरसिद्धि मंदिर,झालरिया मठ होकर जूता स्टेण्ड पर पहुंचेंगे। इसी तरह भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को हरसिद्धी जिकजेक से त्रिवेणी संग्रहालय इसके पश्चात महाकाल लोक होकर मानसरोवर प्रवेश द्वार से होकर दर्शन कराए जाएंगे।