नई दिल्ली। दिल्ली के लोगों के लिए यह खबर किसी बड़ी राहत से कम नहीं है। इस बार का नवंबर महीना बीते आठ वर्षों में सबसे ज्यादा साफ सुथरा रहा है। इस बार सिर्फ तीन दिन हवा गंभीर श्रेणी में रही। यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के अंक से ऊपर रहा। वहीं वर्ष 2021 में 12 दिन, 2020 में नौ दिन, 2019 में सात दिन , 2018 में 5 दिन, 2017 में सात दिन, 2016 में दस दिन और 2015 में छह दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर रहा।
दिल्ली में आमतौर पर लोगों को नवंबर के महीने में सबसे ज्यादा प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। इस महीने में पंजाब और हरियाणा के खेतों में सबसे ज्यादा पराली जलाई जाती है। हवा की दिशा उत्तरी पश्चिमी होने के चलते इस दौरान पराली का धुआं भी सबसे ज्यादा दिल्ली एनसीआर की तरफ आता है। जबकि, आमतौर पर दीपावली भी इसी महीने पड़ती है। दीपावली की आतिशबाजी और पटाखे का धुआं पराली के साथ मिलकर दिल्ली-एनसीआर की हवा को पूरी तरह से जहरीला बना देता है। लेकिन इस बार दीपावली अक्तूबर के दूसरे पखवाड़े में ही पड़ गई, जिसके चलते पराली और दिवाली के धुएं को एक साथ नहीं झेलना पड़ा।
पराली और आतिशबाजी में भी कमोबेश रोक लगी है। इन सभी कारणों से दिल्ली के लोगों के लिए इस बार का नवंबर महीना पहले की तुलना में साफ सुथरा रहा है।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
दिल्ली
आठ सालों में बाद नवंबर में हवा सबसे ज्यादा साफ
- 01 Dec 2022