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इंदौर

आनलाइन फ्राड करने वाले पुलिस की गिरफ्त से बाहर, खाते से निकाल लिए थे 90 हजार

  • 07 Jul 2021

इंदौर। लाकडाउन के बाद से आनलाइन शापिंग का चलन बढ़ा है। लोग वेबसाइट से सामान खरीद रहे हैं और अपनी गोपनीय जानकारी शेयर कर धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। इस बार आनलाइन बिके समान को बदलने और रुपये वापस करने के नाम पर एक मैसेज भेजकर मोबाइल हैक कर लिया। इसके बाद मोबाइल से बैंक खाते की डिटेल लेकर एक लाख से अधिक राशि निकाल ली है। फरियादी शिकायत करते हैं, लेकिन अपराधी पकड़ में नहीं आते। छह महीने पहले हुई ठगी के मामले में पुलिस अब तक आनलाइन ठगी करने वालों को गिरफ्तार नहीं कर सकी।
30 दिसंबर को पंचायत विभाग के लेखा शाखा में कार्यरत ऋषिराज कालोनी निवासी भूपेंद्र देवके ने आनलाइन ठगी की शिकायत की थी। लिंक भेजकर मोबाइल हैक किया, फिर खाता खाली कर दिया। उन्होंने बताया कि 25 दिसंबर 2020 को उन्होंने क्लब फैक्ट्री से आनलाइन शापिंग करते हुए एक टी-शर्ट मंगाया और 999 रुपये भुगतान किया। उनका सामान घर पहुंचा, तो उसमें टी-शर्ट नहीं था, बल्कि एक शर्ट रखी थी। इसे वापस करने के लिए उन्होंने कंपनी के कस्टमर केयर के टोल फ्री नंबर में बात की और शर्ट वापस भेज दी। इसके बाद उन्होंने टी-शर्ट के रुपये वापस मांगे।
कस्टमर केयर से उनके मोबाइल में एक मैसेज भेजा और कहा कि उस मैसेज को वापस भेजना है। इसके बाद उनके खाते में रुपये वापस आ जाएंगे। इसके थोड़ी देर बाद उसके मोबाइल में मैसेज आया। मैसेज में एक वेबसाइट का लिंक था। इस मैसेज को भूपेंद्र ने कस्टमर केयर वाले को फारवर्ड कर दिया। इसके थोड़ी देर बाद उसके बैंक खाते से राशि कटने लगी। राशि आहरण होने पर भूपेंद्र के मोबाइल पर एक मैसेज आया। इससे पहले की वह कुछ कर पाते, उनके बैंक खाते से चार बार में 99 हजार 995 रुपये का आहरण हो गया। इसके बाद आजाद नगर पुलिस थाने में शिकायत की। वहां से उन्हें क्राइम ब्रांच भेज दिया। पुलिस ने शिकायत लेकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
आनलाइन खरीदी करते समय सावधानी बरतें
आनलाइन खरीदी करते समय कंपनी के बारे में पूरी जानकारी ले लें। ओएलएक्स के जरिए किसी भी तरह की खरीदी करने से पहले सामान और बेचने वाले की प्रत्यक्ष पहचान कर लें। ई-मेल या मोबाइल में आने वाले अनजान मैसेज व लिंक पर तत्काल न जाएं। बैंक खातों से राशि आहरण होने पर तत्काल खाता बंद कराए और पुलिस को सूचना दें।