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भोपाल

आबादी 24 लाख, फायर फाइटर चाहिए 48, लेकिन हैं 27

  • 04 May 2022

हाइड्रोलिक बस एक, वो भी सिर्फ 70 फीट जबकि 12 इमारतें 100 फीट से ऊंची
भोपाल। शहर में आबादी के हिसाब से फाइटर फाइटर गाडिय़ां और हाइड्रोलिक मशीन नहीं हैं। नेशनल फाइटर एडवायजरी की रिपोर्ट के अनुसार 50 हजार की आबादी पर कम से कम एक गाड़ी होना चाहिए, लेकिन भोपाल में 88 हजार पर 1 गाड़ी है, यानी कुल 27 फायर फाइटर ही मौजूद हैं।
हालांकि इनकी संख्या 32 है, लेकिन इनमें से भी 4 से 5 गाडिय़ां रोज वीआईपी आयोजन में तैनात रहती हैं। न्यू मार्केट व आदमपुर छावनी में भी 1-1 गाड़ी अस्थायी फायर स्टेशन बनाकर तैनात की गई है। ऐसे में आम जनता व आगजनी को रोकने के लिए इनकी संख्या और कम हो जाती है।
सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि शहर में अब 100 फीट से ज्यादा ऊंचाई वाली करीब 12 इमारतें बन गई हैं, लेकिन इतनी ऊंचाई तक रेस्क्यू करने के लिए एक भी गाड़ी नहीं है। एकमात्र हाइड्रोलिक मशीन भी 70 फीट ऊंचाई तक ही जा सकती है। यह हाल तब है, जब बीते एक महीने में शहर व उसके आसपास 100 से ज्यादा आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं।
फायर कर्मियों के पास आधुनिक गैजेट भी नहीं हैं और वे पुराने परंपरागत तरीकों से ही आग बुझा रहे हैं। मामले में आयुक्त नगर निगम का कहना है कि शहर के लिए एक 52 मीटर ऊंचाई तक जाने वाली हाइड्रोलिक के लिए टेंडर किया जा रहा है।
दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु सबसे ज्यादा अपग्रेड
दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और गुजरात के सूरत समेत 3 बड़े शहरों के फायर स्टेशन में फायर फाइटर के साथ आधुनिक गैजेट और दूसरे उपकरण बेड़े में शामिल हैं। जैसे दिल्ली में सघन गलियों के लिए रोबोटिक फायर फाइटिंग मशीन शामिल की गई है। इसके अलावा जर्मनी की टर्न टेबल लैडर से ऊंची इमारतों की आग बुझाने में मदद मिलती है। यही मशीन गुजरात व मुंबई में भी इस्तेमाल हो रही है।
19 फायर स्टेशन बनाने का काम भी अधूरा
शहर में अभी आईएसबीटी, गोविंदपुरा इंडस्ट्री एरिया, पुल बोगदा, छोला फायर स्टेशन, पुराना कबाडख़ाना, गांधी नगर एयरपोर्ट, संत हिरदाराम नगर, कोलार, माता मंदिर, यूनानी शफाखाना व फतेहगढ़ कंट्रोल रूम को मिलाकर कुल 11 फायर स्टेशन हैं, जबकि शहरी क्षेत्र में हर जोन के हिसाब से एक बनाया जाना था। हाइड्रेंट सिस्टम भी सिर्फ सराफा चौक में लगाया, वो भी चालू नहीं हो सका।
अपग्रेड किया जा रहा है फायर सिस्टम
शहर में फायर बेड़े के लिए नई मशीनें खरीदी जाएंगी। इनमें 52 मीटर ऊंचाई के लिए हाइड्रोलिक मशीन और फायर फाइटर हैं। 10 स्मोक एग्जास्टर, 5 छोटी मशीनें, जो गलियों में चल सकें। फायर कर्मियों को भी आधुनिक गैजेट देने की तैयारी है। 10 बाजारों में हाइड्रेंट सिस्टम लगाने का भी प्लान है। -कमलेंद्र सिंह परिहार, अपर आयुक्त फायर, नगर निगम
11 फायर स्टेशन हैं भोपाल शहर में
32 फायर फाइटर हैं शहर में (इनमें से 5 की स्थिति खराब है)
300 फायर कर्मियों की टीम करती है काम
600 जोड़ यूनिफार्म फायर कर्मियों के लिए
यह भी जानिए
1 हाइड्रोलिक मशीन, जो 70 फीट ऊंचाई तक जा सकती है, 1 रेस्क्यू वैन, 1 रेस्क्यू के लिए नाव, 4 फोम टेंडर, 9 एंबुलेंस और 8 मोटर साइकिल जो तंग गलियों और वीआईपी ड्यूटी में काम करती हैं।