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इंदौर

इन्फेंट्री कमांडर्स सम्मेलन में पहुंचे थल सेनाध्यक्ष

  • 16 Nov 2023

म्यूल रोबोट, स्नाइपर गन, आधुनिक वाहन सहित कई हथियारों का डेमो देखा
इंदौर। इन्फेंट्री स्कूल महू में 37वां इन्फैंट्री कमांडर्स सम्मेलन किया गया। दो दिन का यह सम्मेलन मंगलवार से शुरू हुआ था। इसमें थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे भी शामिल हुए। सम्मेलन के अंतिम दिन बुधवार को सेना के आधुनिक हथियारों का डेमो दिया गया। इसमें हथियार ले जाने में सक्षम म्यूल रोबोट, सटीक निशाना लगाने वाली स्नाइपर गन, आधुनिक वाहन सहित कई हथियारों का डेमो किया गया।
इन्फैंट्री स्कूल महू में हुआ यह 37वां इन्फैंट्री कमांडर्स सम्मेलन कमांडेंट, लेफ्टिनेंट जनरल पीएन अनंतनारायणन, एवीएसएम, एसएम के नेतृत्व में किया गया। इस द्विवार्षिक सम्मेलन की अध्यक्षता जनरल मनोज पांडे, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी, सेना प्रमुख ने की।
सेना उप प्रमुख, छह कमांडर रहे मौजूद
इसमें सेना उप प्रमुख, छह सेना कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के 17 अधिकारी, मेजर जनरल रैंक के 14 अधिकारी शामिल हुए। इनमें समस्त इन्फैट्री रेजिमेंटों के कर्नल कमांडेंट तथा रेजीमेंट सेंटर्स के कमांडेंट मौजूद थे। वीडियो कान्फ्रेंस से पूरे देश के प्रमुख सैन्य स्टेशन के अफसर भी इस सम्मेलन में जुड़े। सम्मेलन में चुनौतियों और मुद्दों पर चर्चा की गई। पारंपरिक युद्ध परिदृश्य, आतंकवाद और उग्रवाद विरोधी अभियानों में पैदल सेना की क्षमताओं का आकलन किया। भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए पैदल सेना की क्षमता में सुधार के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
पश्चिम और उत्तरी सीमाओं पर देंगे मुंहतोड़ जवाब
सम्मेलन के दौरान, इन्फैंट्री ने घातकता, गतिशीलता, युद्धक्षेत्र पारदर्शिता, स्थितिजन्य जागरूकता और उत्तरजीविता के सभी क्षेत्रों में अपने नवीनतम अधिग्रहणों का प्रदर्शन किया। हाल ही में प्राप्त उन्नत नई पीढ़ी के हथियार और उपकरण प्रणाली के प्रदर्शन ने विशेष रूप से पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर विरोधियों के नापाक मंसूबों का मुकाबला करने के लिए इन्फैंट्री की आधुनिक क्षमताओं में विश्वास जगाया।
नई पीढ़ी के छोटे हथियार ज्यादा घातक
सम्मेलन मुख्य रूप से इन्फैंट्री युद्ध प्रणालियों में प्रौद्योगिकी के समावेश पर केंद्रित था। इसमें नई पीढ़ी के छोटे हथियारों, निगरानी क्षमताओं, उत्तरजीविता, संरक्षित गतिशीलता और रात की सक्षमता की बढ़ी हुई मात्रा के साथ मारक क्षमता को बढ़ाना शामिल था। थर्मल इमेजिंग और इमेज इंटेंसिफिकेशन में नवीनतम तकनीकों से लैस, सैनिक ऑपरेशन में अपनी बढ़त बनाए रखता है। कुशलपूर्वक आयोजित कार्यक्रम ने इन्फैंट्री की परिचालन क्षमताओं और भारतीय रक्षा उद्योग की ताकत में बदलाव को उपयुक्त रूप से उजागर किया। सम्मेलन में इन्फैंट्री के कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई और प्रतिभागियों के सामूहिक ज्ञान के माध्यम से समाधान निकाले गए। सेना प्रमुख सहित वरिष्ठ इन्फैंट्री कमांडरों के विविध अनुभव और युवा कमांडिंग अधिकारियों के अभिनव सुझावों के समामेलन ने भविष्य में इन्फैंट्री के विकास का मार्ग प्रशस्त किया।