नई दिल्ली। इंजीनियरिंग में दाखिला लेने वाले छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर है। केंद्र सरकार ने इंजीनियरिंग कॉलेजों में स्नातक और स्नाकोत्तर प्रोग्राम में फीस स्लैब के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 से इंजीनियरिंग, डिजाइन, आर्ट एंड क्राफ्ट प्रोग्राम में स्नातक और स्नातकोत्तर प्रोग्राम में पहले वर्ष के लिए न्यूनतम और अधिकतम फीस स्लैब लागू होगा।
पहले वर्ष इंजीनियरिंग डिग्री प्रोग्राम की फीस 79 हजार रुपये से लेकर 1.89 लाख रुपये सालाना निर्धारित की गई है। यह फीस कॉलेज सुविधाओं (कंप्यूटर लैब, शिक्षक, लाइब्रेरी) और शहर( मेट्रो सिटी, ए, बी, सी श्रेणी वाले शहर ) के आधार पर निर्धारित की गई है। खास बात यह है कि कॉलेज दूसरे, तीसरे व चौथे वर्ष अपनी पहले वर्ष लागू फीस में हर वर्ष पांच फीसदी तक की बढ़ोतरी कर सकेंगे।
एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय ने फीस स्लैब के प्रस्ताव को मंजूरी दी दी है। एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त देश के सभी कॉलेजों, डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी में यह फीस स्लैब लागू होगा। एआईसीटीई इसी हफ्ते फीस स्लैब को लागू करने के लिए राज्यों और कॉलेजों के लिए अधिसूचना जारी करेगा।
एआईसीटीई ने जस्टिस श्रीकृष्णन कमेटी और प्रो. मनोज कुमार तिवारी कमेटी की सिफारिशों और रिव्यू के आधार पर तैयार रिपोर्ट को फरवरी में आयोजित काउंसिल बैठक में पास किया था। मार्च महीने में रिपोर्ट को शिक्षा मंत्रालय के पास भेजा गया था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।
साभार अमर उजाला