इंदौर। इंदौर-बुधनी रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाना है। प्रशासन ने किसानों को नोटिस देकर जमीन अधिग्रहण के लिए खातों की जानकारी मांगी है, लेकिन किसान कम मुआवजा मिलने को लेकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। अब इंदौर और देवास जिले के गांवों में बैठकें शुरू की गई हैं। इसमें किसान लामबंद होकर कम दर पर पुश्तैनी जमीन देने का विरोध कर रहे हैं।
इंदौर जिले की करीब 123.50 हेक्टेयर भूमि इंदौर-बुधनी रेल लाइन के लिए अधिग्रहित की जाना है। उक्त भूमि किसानों से अधिग्रहित की जाना है। किसानों को जो मुआवजा दिया जा रहा है वह बाजार भाव से कम है। ऐसे में किसान मुआवजे का विरोध कर रहे हैं।
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किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि कम दर पर जमीन लेने के विरोध में इंदौर के साथ ही देवास के किसान नेता भी विरोध में आ गए हैं। गांव-गांव विरोध कर रेलवे विभाग के नोटिस की होली जलाकर विरोध कर रहे हैं। गौरतलब है कि 196 किमी लंबी रेल लाइन के लिए तीन जिलों सीहोर, देवास और इंदौर की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। प्रदेश सरकार ने शासकीय जमीन पर पहले ही काम की अनुमति प्रदान कर दी थी। इस पर पुल-पुलिया और अन्य निर्माण कार्य जारी हैं।
इंदौर
इंदौर-बुधनी रेल लाइन मुआवजे को लेकर किसान लामबंद, गांवोंं में हो रही बैठकें
- 12 Dec 2023