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इंदौर में ठंड का सात साल का रिकॉर्ड टूटा, न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री दर्ज किया गया

  • 20 Dec 2021


इंदौर। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने इंदौर सहित पूरे प्रदेश को ठंड के आगोश में लिया हुआ है। इंदौर में रविवार को जहां तीव्र शीतल दिन रहा वहीं सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान में गिरावट से एक नया रिकॉर्ड बना। इंदौर में न्यूनतम तापमान का पिछले सात साल का रिकॉर्ड टूटा। सोमवार सुबह शहर में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 6.5 डिग्री दर्ज किया गया। इसके पूर्व वर्ष 2014 में इंदौर में 17 दिसंबर को न्यूनतम तापमान पांच डिग्री दर्ज किया गया था।
ठंड के बढ़ते तेवर के कारण सोमवार को लगातार दूसरे दिन शहर में तीव्र शीतल दिन रहेगा। इसके साथ ही आज तीव्र शीतलहर भी चलेगी। रविवार के मुकाबले सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान में करीब तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। सोमवार सुबह अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 20.4 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 6.5 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर शहर में सुबह 9:00 बजे तक दृश्यता 3000 मीटर तक दर्ज की गई। सुबह के समय दक्षिणी- पूर्वी और पूर्वी हवाएं अधिकतम 10 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चली। इंदौर में जहां रविवार को इस सीजन का पहला तीव्र शीतल दिन घोषित किया गया। वहीं सोमवार को भी तीव्र शीतल दिन रहने की पूरी संभावना है।
भोपाल स्थित मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक इस बार पश्चिम विक्षोभ अभी तक उत्तराखंड में जाकर खत्म नहीं हुआ है और सक्रिय है। राजस्थान के ऊपर जो प्रतिचक्रवात हवाएं बनी हुई है वह मध्य भारत को प्रभावित कर रही हैं। आमतौर पर उत्तरी हवाएं जहां सतह के स्तर पर ही रहती थी, वहीं इस बार मध्य छोभ मंडल तक आसमान में कायम है। इसके कारण शीतलन संवहन का असर काफी ज्यादा है। इस वजह से इंदौर समेत प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर दिन का तापमान सामान्य से 5 से 10 डिग्री तक कम हुआ है।
इंदौर में पिछले 7 वर्षों में न्यूनतम तापमान
वर्ष 2014- 5 डिग्री
वर्ष 2015- 7 डिग्री
वर्ष 2016- 9.1 डिग्री
वर्ष 2017- 8.8 डिग्री
वर्ष 2018- 6.6 डिग्री
वर्ष 2019- 6.6 डिग्री
वर्ष 2020- 8 डिग्री
प्रदेश में तीन दिन तीखे रहेंगे ठंड के तेवर फिर कुछ राहत मिलने के आसार
बर्फीली हवाएं चलने के कारण राजधानी सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में क ड़ाके की ठंड पड़ रही है। 15 जिले शीत लहर की चपेट में हैं। राजधानी में भी 54 वर्ष बार न्यूनतम तापमान में इतनी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने। आसमान एक दम साफ रहने के साथ ही हवा का रुख उत्तरी बना रहने से राजधानी सहित पूरे मध्यप्रदेश में न्यूनतम तापमान में गिरावट हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी तीन दिन तक बनी रह सकती है। इसके बाद हवाओं का रुख बदलने से तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि रविवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 20.7 डिग्रीसे. दर्ज किया गया। जो सामान्य से छह डिग्रीसे.कम रहा। न्यूनतम तापमान चार डिग्रीसे. रहने और दिन का तापमान सामान्य से सात डिग्रीसे. कम रहने से भोपाल में शीतल दिन रहा। सोमवार को भी शहर में शीतल दिन बना रहने की संभावना है। साथ ही शीतलहर भी रहेगी। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। वेदर सिस्टम नहीं रहने से आसमान भी साफ है। हवा का रुख लगातार उत्तरी बना हुआ है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण पूरे प्रदेश में ठंड पड़ रही है। अभी दो-तीन दिन तक ठंड के तेवर इसी तरह तीखे बने रहने की संभावना है। इसके बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत की तरफ बढऩे से हवाओं के रुख में बदलाव होने के आसार हैं। हवाओं के साथ नमी आने से रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। इससे ठंड से कुछ राहत मिलने लगेगी
सुबह 5.30 बजे का तापमान
भोपाल 4.6
ग्वालियर4.0
इंदौर 7.4
गुना 5.4
सागर 8.0
सतना 5.8
जबलपुर 6.4