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उमा बोलीं- राम भक्ति पर BJP का कॉपीराइट नहीं

  • 30 Dec 2022

सांसद प्रज्ञा के बयान पर कहा- शस्त्र रखना गलत नहीं
छिंदवाड़ा।  भाजपा की सीनियर लीडर उमा भारती ने कहा कि भगवान राम और हनुमान की भक्ति पर BJP का कॉपीराइट नहीं है। भगवान राम और हनुमान BJP के कार्यकर्ता नहीं हैं। जब BJP का अस्तित्व नहीं था, जब मुगल शासन था, अंग्रेजों का शासन था, तब भी भगवान राम और हनुमान थे। अगर हम BJP वालों ने ये भ्रम पाल लिया है कि नहीं हमने आंखें खोली, तब सूरज-चांद निकल आए, तो फिर ये हमारे लिए विनाशकारी साबित होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा गुरुवार को छिंदवाड़ा पहुंची थीं। छिंदवाड़ा के सिमरिया में कमलनाथ द्वारा बनवाए गए हनुमान मंदिर पर उन्होंने कहा कि भगवान राम का भक्त कोई भी हो सकता है। उन्होंने भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के हथियार रखने के बयान का भी समर्थन किया। बोलीं- शस्त्र रखना गलत नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा के सर्किट हाउस में मीडिया से चर्चा में कहा कि जहां डेमोक्रेसी है, वहां कोई व्यक्ति, कोई जाति पॉलिटिकल सिस्टम का बंधक नहीं हो सकता। हम ये भ्रम न पालें कि सारा हिंदू समाज हमारा वोटर होगा। चाहे हमने राम मंदिर का निर्माण किया हो। हिमाचल में हम नहीं जीत पाए। क्या वे अहिंदू थे जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया? पार्टी का कार्यकर्ता और नेता मर्यादा में बंधा है, मतदाता स्वतंत्र है।
हिंसक विचार रखना गलत, शस्त्र रखना नहीं...
भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कर्नाटक के शिवमोगा में दिए बयान में कहा था- अपने घरों में हथियार रखो। कुछ नहीं तो कम से कम सब्जियां काटने के लिए चाकू तेज रखो, पता नहीं क्या स्थिति पैदा हो जाए। इससे पहले मध्यप्रदेश सरकार में संस्कृति और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने भोपाल में कहा था- मैं सबसे निवेदन करती हूं कि हम सब शस्त्र लाइसेंस लें। सांसद और मंत्री के इन बयानों का समर्थन करते हुए उमा भारती ने कहा है कि भगवान राम ने भी वनवास काल में शस्त्र को न छोड़ने की प्रतिज्ञा ली थी। शस्त्र रखना गलत नहीं है, बल्कि हिंसक विचार रखना गलत है। शस्त्र आपके भाव में आत्मरक्षा और दूसरे की रक्षा के लिए हो।
कन्हैया कुमार के लिए कहा, वे अच्छा फाइटर...
उमा भारती ने कन्हैया कुमार के लिए कहा कि उनका दिमाग कम्युनिस्ट सोच से चलता है। कम्युनिस्ट की संख्या तो कम हो गई है, लेकिन ये करैत सांप की तरह हैं। करैत कम होते हैं, लेकिन बहुत जहरीले होते हैं। कम्युनिस्ट को हिंदुत्व सोच से नफरत है। यही जहर कन्हैया में है। दिमाग से जहर कन्हैया की जीभ पर आ जाता है। नहीं तो लड़का अच्छा है। अपनी वाणी को कंट्रोल रखे, तो वह अच्छा फाइटर है। शोषित वर्ग का अच्छा नेतृत्व कर सकता है।