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भोपाल

उम्मीदवार घोषित करने में पिछड़ी कांग्रेस, पार्टी में पनप रही गुटबाजी

  • 27 Sep 2023

भोपाल। एक ओर जहां विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने अपनी दूसरी सूची भी जारी कर दी है, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी चयन में पिछड़ रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता तय नहीं कर पा रहे हैं कि किसे टिकट दें और किसे नहीं। ऐसे में पार्टी में गुटबाजी बढ़ती जा रही है।
छतरपुर जिले को ही देखा जाए तो यहां की छह विधानसभा सीटों पर भाजपा ने अपने तीन दावेदार उतार दिए हैं। छतरपुर से ललिता यादव, महाराजपुर से कामाख्या प्रताप सिंह और अब राजनगर से अरविंद पटेरिया पर फिर भाजपा ने दाव लगाया है। इधर अभी तीन सीटों पर भाजपा को अपने उम्मीदवार घोषित करने हैं। इधर कांग्रेस की एक भी सूची अभी तक नहीं आई है। इस कारण अब दावेदारों को लिस्ट का इंतजार है। हालांकि कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में पहली लिस्ट जारी हो सकती है।
आपको बता दें कि जिस तरह से विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है। उसी तरह से भाजपा और कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी बढ़ रही है। दावेदार अपने-अपने नाम के झंडे लेकर चुनावी मैदान में घूम रहे हैं। लेकिन इस बार मतदाताओं ने विरोध के नए तरीके निकालना शुरू कर दिए हैं। पार्टी की सभा होने पर सभा में शामिल नहीं होना, बाजार बंद कर चुप्पी साधकर विरोध बयां करना। जिसकी हकीकत हम लवकुशनगर और चंदला में देख चुके हैं।
टिकट नहीं मिला तो बागी बनकर लड़ सकते हैं चुनाव
छतरपुर, राजनगर और महाराजपुर में कांग्रेस के भीतर गुटबाजी पनप रही है। जहां अपने नाम के झंडे लेकर घूमने वाले नेता टिकट मांग रहे हैं। वह कितने भारी हैं यह बताने के लिए सभाएं, धार्मिक आयोजन और सामाजिक भोज देने का काम कर रहे हैं। चुनावी चर्चा है कि छतरपुर से जो दावेदार टिकट मांग रहे थे और वह नाराज घूम रहे हैं। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।