इंदौर। आखिर भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने अपने अकादमिक कैलेंडर में बदलाव कर दिया है, जिसमें प्रवेश प्रक्रिया को लेकर तारीख आगे बढ़ाई है। पहले जहां एक नवंबर तक कालेजों में विद्यार्थियों को दाखिला दिया जा सकता है। अब 30 नवंबर तक प्रवेश से जुड़ी प्रक्रिया चलाई जाएगी।
एआइसीटीई ने यह फैसला कालेजों में खाली सीटों को देखते हुए लिया है। अब प्रदेश में तकनीकी शिक्षा से जुड़े पाठ्यक्रम में काउंसिलिंग का एक ओर चरण करवाया जा सकता है। विद्यार्थियों को प्रवेश के लिए फिर एक मौका दिया जा रहा है। हालांकि तकनीकी शिक्षा निर्देशालय (डीटीई) ने शेड्यूल जारी नहीं किया है। अधिकारियों के मुताबिक अगले तीन-चार दिन में टाइम टेबल घोषित होगा।
बीई-बीटेक, एमबीए, एमसीए, बीफार्मा, एमफार्मा सहित अन्य कोर्स में 25 अक्टूबर को कालेज लेवल काउंसिलिंग (सीएलसी) खत्म हुई। कालेजों ने प्रत्येक कोर्स में प्रवेश ले चुके विद्यार्थियों और खाली सीटों का ब्यौरा भेजा। बीई में 23, एमबीए में 26, बीफार्मा-एमफार्मा में 12-14 सीटें रिक्त है। कम प्रवेश से प्रबंधन के सामने कालेजों का खर्चा निकालने की चिंताएं बढ़ गई है।
सीटों से जुड़ा डाटा एआइसीटीई को मिलते ही अकादमिक कैलेंडर में संशोधन कर दिया। 26 अक्टूबर को एआइसीटीई ने 30 नवंबर तक तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश से जुड़ी प्रक्रिया के लिए समय बढ़ाया है। मामले में डीटीई ने आदेश जारी किया है और कहा कि जल्द ही काउंसिलिंग के अतिरिक्त चरण का शेड्यूल वेबसाइट पर अपलोड करेंगे।
प्रवेश ले सकते है वापस
डीटीई ने विद्यार्थियों को प्रवेश वापस लेने को लेकर तारीख आगे बढ़ाई है। 28 अक्टूबर से छात्र-छात्राएं अपना प्रवेश निरस्त करवा सकते है। डीटीई ने प्रवेश निरस्ती की अंतिम तिथि अभी नहीं बताई है।