घायल बोला- हाइवा की चेन में फंसा ऑटो, रुकने के लिए बोला फिर भी नहीं रोका
जबलपुर। बुधवार की शाम को सिहोरा-कटनी स्टेट हाईवे में नुंजी गांव के पास हुए हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है जबकि 11 ग्रामीण घायल हुए। घायलों में तीन की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। सात शवों का गुरुवार को सिहोरा स्वास्थ्य केन्द्र में पोस्टमॉर्टम होगा, जिसके बाद सभी का प्रतापपुर गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
ऑटो ने बात की तो उसने बताया, एक छोटे से ऑटो में 18 लोग भरे हुए थे, यहां तक तो ठीक था, लेकिन एक छोटी सी गलती के कारण इतना भीषण हादसा हुआ कि 7 लोगों की मौत हो गई। ऑटो में बैठे घायल युवक ने बताया कि अगर ऑटो चालक ओवरटेक नहीं करता तो शायद यह घटना नहीं होती।
भगवान गणेश की कृपा से बचा हूं
हम 17 लोग ऑटो में पीछे खड़े होकर जा रहे थे, ऑटो कौन चला रहा था, मुझे नहीं पता, प्रतापपुर से खितौला जाने के लिए मैं भी अपने दोस्त के कहने पर ऑटो में बैठ गया। जैसे ही आटो नुंजी गांव के पास पहुंचा, तभी बगल से तेज रफ्तार हाइवा निकला। ऑटो चालक को ना जाने क्या सूझी, उसने भी रफ्तार बढ़ा दी और हाइवा को क्रॉस करने लगा, तभी हाइवा के पिछले हिस्से की टक्कर लगी और फिर हाईवा के पीछे लगी लोहे की चेन अचानक ही ऑटो में फस गई।
मेरी आंखो के सामने ऑटो 50 मीटर तक घिसट गया, हम लोग चिल्ला रहे थे, बचाओ, पर ड्राइवर ने नहीं सुनी और ऑटो सडक़ किनारे पलट गया और फिर हाइवा का अगला हिस्सा भी ऑटो के ऊपर गिर गया। मेरी आंखों के सामने सबसे पहले 3 साल के बच्चे ने दम तोड़ा।
हाइवा चालक हिरासत में
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक संतोष बरकड़े, कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा देर रात पहले मौके पर पहुंचे, इसके बाद सिहोरा अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की। मझगंवा पुलिस ने हाईवे चालक ओमकार द्विवेदी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने का मामला दर्ज किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा का का कहना है कि जिस स्थान पर घटना हुई है, वहां पर अक्सर तेज रफ्तार हाईवे चलते हैं, लिहाजा मझगंवा और खितौला थाना प्रभारी को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि तेज रफ्तार या फिर ओवरलोड हाईवे चलते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एएसपी के मुताबिक घटना में सात लोगों की मौत हुई है जिनका आज दोपहर को प्रतापपुर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। हाइवा चालक के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।
खत्म हो गया परिवार
जानकारी के मुताबिक सभी लोग सागर जिले के बीना के पास सोयाबीन की फसल काटने जा रहे थे। कटनी जिले के सिलौड़ी निवासी दीपक बर्मन जो कि मौके से फरार हो गया है, ये सभी लोगों को खितौला स्टेशन छोडऩे जा रहा था। ऑटो में शोभाराम (35) पत्नी कल्लू बाई (30) और तीन साल के बेटे भूरा कोल के साथ पीछे बैठा हुआ था। ऑटो में करण (20) पत्नी रानू (19) के साथ था। जिनकी घटना में मौत हो गई है।
दोनों गाड़ी का फिटनेस नहीं था
सिहोरा की एक माइंस मे लगे हाइवा और ऑटो का फिटनेस भी नहीं था। पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया है कि जिस हाइवा एमपी 54-एचए-1986 को ओंकार द्विवेदी चला रहा था, उसका फिटनेस समाप्त हो चुका था, जबकि ऑटो क्रमांक एमपी 20-एलबी-0237 का भी फिटनेस नहीं था। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। घटना के बाद से ऑटो चालक दीपक बर्मन फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है, जबकि हाइवा चालक हिरासत में है।
जबलपुर। बुधवार की शाम को सिहोरा-कटनी स्टेट हाईवे में नुंजी गांव के पास हुए हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है जबकि 11 ग्रामीण घायल हुए। घायलों में तीन की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। सात शवों का गुरुवार को सिहोरा स्वास्थ्य केन्द्र में पोस्टमॉर्टम होगा, जिसके बाद सभी का प्रतापपुर गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
ऑटो ने बात की तो उसने बताया, एक छोटे से ऑटो में 18 लोग भरे हुए थे, यहां तक तो ठीक था, लेकिन एक छोटी सी गलती के कारण इतना भीषण हादसा हुआ कि 7 लोगों की मौत हो गई। ऑटो में बैठे घायल युवक ने बताया कि अगर ऑटो चालक ओवरटेक नहीं करता तो शायद यह घटना नहीं होती।
भगवान गणेश की कृपा से बचा हूं
हम 17 लोग ऑटो में पीछे खड़े होकर जा रहे थे, ऑटो कौन चला रहा था, मुझे नहीं पता, प्रतापपुर से खितौला जाने के लिए मैं भी अपने दोस्त के कहने पर ऑटो में बैठ गया। जैसे ही आटो नुंजी गांव के पास पहुंचा, तभी बगल से तेज रफ्तार हाइवा निकला। ऑटो चालक को ना जाने क्या सूझी, उसने भी रफ्तार बढ़ा दी और हाइवा को क्रॉस करने लगा, तभी हाइवा के पिछले हिस्से की टक्कर लगी और फिर हाईवा के पीछे लगी लोहे की चेन अचानक ही ऑटो में फस गई।
मेरी आंखो के सामने ऑटो 50 मीटर तक घिसट गया, हम लोग चिल्ला रहे थे, बचाओ, पर ड्राइवर ने नहीं सुनी और ऑटो सडक़ किनारे पलट गया और फिर हाइवा का अगला हिस्सा भी ऑटो के ऊपर गिर गया। मेरी आंखों के सामने सबसे पहले 3 साल के बच्चे ने दम तोड़ा।
हाइवा चालक हिरासत में
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक संतोष बरकड़े, कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा देर रात पहले मौके पर पहुंचे, इसके बाद सिहोरा अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की। मझगंवा पुलिस ने हाईवे चालक ओमकार द्विवेदी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने का मामला दर्ज किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा का का कहना है कि जिस स्थान पर घटना हुई है, वहां पर अक्सर तेज रफ्तार हाईवे चलते हैं, लिहाजा मझगंवा और खितौला थाना प्रभारी को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि तेज रफ्तार या फिर ओवरलोड हाईवे चलते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एएसपी के मुताबिक घटना में सात लोगों की मौत हुई है जिनका आज दोपहर को प्रतापपुर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। हाइवा चालक के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।
खत्म हो गया परिवार
जानकारी के मुताबिक सभी लोग सागर जिले के बीना के पास सोयाबीन की फसल काटने जा रहे थे। कटनी जिले के सिलौड़ी निवासी दीपक बर्मन जो कि मौके से फरार हो गया है, ये सभी लोगों को खितौला स्टेशन छोडऩे जा रहा था। ऑटो में शोभाराम (35) पत्नी कल्लू बाई (30) और तीन साल के बेटे भूरा कोल के साथ पीछे बैठा हुआ था। ऑटो में करण (20) पत्नी रानू (19) के साथ था। जिनकी घटना में मौत हो गई है।
दोनों गाड़ी का फिटनेस नहीं था
सिहोरा की एक माइंस मे लगे हाइवा और ऑटो का फिटनेस भी नहीं था। पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया है कि जिस हाइवा एमपी 54-एचए-1986 को ओंकार द्विवेदी चला रहा था, उसका फिटनेस समाप्त हो चुका था, जबकि ऑटो क्रमांक एमपी 20-एलबी-0237 का भी फिटनेस नहीं था। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। घटना के बाद से ऑटो चालक दीपक बर्मन फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है, जबकि हाइवा चालक हिरासत में है।