इंदौर। एमआरटीबी (मनोरमा राजे टीबी हॉस्पिटल) में दो दिन पहले रात को चोर यहां आईआरएल लेब के वायर चुराकर ले गए। वायर काटने से लैब की सैंपल मशीनों को भी नुकसान हुआ है। इससे आईआरएल लैब की मशीनों ने काम करना बंद कर दिया है। लैब में टीबी की जांच होती है। अब ये मशीनें बंद होने से सैकड़ो मरीजों के सैंपलों की रिपोर्ट अटक गई है। अब मशीनों से संबंधित कंपनियों के इंजीनियर्स को बुलाना पड़ेगा। नुकसान का आकलन होगा। इसके बाद नए सिरे से काम होगा। ऐसे में समय भी लग सकता है। दूसरा यह कि इस लैब में पूरे मप्र के टीबी सैंपल टेस्ट किए जाते हैं। इसमें दो माह का समय लगता है। अब मशीनें बंद होने से करीब एक हफ्ते तक पूरे राज्य के सैंपल टेस्ट नहीं हो सकेंगे।
घटना शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हुई थी। इन दो दिनों में सरकारी अवकाश था। बदमाश हॉस्पिटल की छत पर चढ़े। यहां से ही आईआरएल लैब के केबल वायर काटकर चुराकर ले गए। इस दौरान उन्होंने मशीन को ढंकने वाली ग्रिल भी तोड़ दी। लैब के डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि चोरी गए केबल की कीमत 30 हजार रु. है, लेकिन वारदात के दौरान बदमाशों ने मशीनों को नुकसान पहुंचाया है, उससे 300 से ज्यादा सैंपलों की रिपोर्ट अटक गई है। इसके साथ ही मशीनों के ठीक नहीं होने तक नए सैंपल नहीं लिए जा सकेंगे। इस लैब में पूरे मप्र के सैंपल टेस्ट किए जात हैं। लैब में 2019 में 25 हजार व 2020 में 17 हजार सैंपल टेस्ट किए गए थे।
करोड़ों की लागत की हैं मशीन
टीबी पर नियंत्रण के लिए केंद्रीय व राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर काम किए गए हैं। इसी कड़ी में 2010 में सीटीडी, एसटीबी तथा डब्ल्यूएचओ ने संयुक्त रूप से इंदौर के एमआरटीबी हॉस्पिटल में इस लैब की स्थापना के साथ अमेरिका में निर्मित इस करोड़ों रु. की मशीन को इंस्टॉल किया गया था। इस तरह एक दशक से यहां राज्यभर के सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं।
डॉ. श्रीवास्तव के मुताबिक एक बार मशीन पर 900 सैंपल टेस्ट किए जाते हैं। इसमें जब भी सैंपल पॉजिटिव रहता है तो कई बार जांच की जाती है, जो दो महीने तक चलती है। अब चोरों द्वारा मशीनों को नुकसान पहुंचाने से कंपनी के एक्सपर्ट आकर इसका आकलन करेंगे। फिर जो भी पाट्र्स खराब होगा, वो रिप्लेस होगा या नया लगेगा, उसके ऑर्डर जारी होंगे। फिर पाट्र्स आने व लगाने में समय लगेगा। ऐसे में कम से कम एक हफ्ते सैंपल टेस्ट नहीं किए जा सकेंगे।एमआरटीबी की लैब से वायर चोरी, टीबी की जांच प्रभावित, मशीनें बंद होने से लैबोरेटरी से एक सप्ताह तक नहीं हो सकेगी जांचे
इंदौर। एमआरटीबी (मनोरमा राजे टीबी हॉस्पिटल) में दो दिन पहले रात को चोर यहां आईआरएल लेब के वायर चुराकर ले गए। वायर काटने से लैब की सैंपल मशीनों को भी नुकसान हुआ है। इससे आईआरएल लैब की मशीनों ने काम करना बंद कर दिया है। लैब में टीबी की जांच होती है। अब ये मशीनें बंद होने से सैकड़ो मरीजों के सैंपलों की रिपोर्ट अटक गई है। अब मशीनों से संबंधित कंपनियों के इंजीनियर्स को बुलाना पड़ेगा। नुकसान का आकलन होगा। इसके बाद नए सिरे से काम होगा। ऐसे में समय भी लग सकता है। दूसरा यह कि इस लैब में पूरे मप्र के टीबी सैंपल टेस्ट किए जाते हैं। इसमें दो माह का समय लगता है। अब मशीनें बंद होने से करीब एक हफ्ते तक पूरे राज्य के सैंपल टेस्ट नहीं हो सकेंगे।
घटना शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हुई थी। इन दो दिनों में सरकारी अवकाश था। बदमाश हॉस्पिटल की छत पर चढ़े। यहां से ही आईआरएल लैब के केबल वायर काटकर चुराकर ले गए। इस दौरान उन्होंने मशीन को ढंकने वाली ग्रिल भी तोड़ दी। लैब के डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि चोरी गए केबल की कीमत 30 हजार रु. है, लेकिन वारदात के दौरान बदमाशों ने मशीनों को नुकसान पहुंचाया है, उससे 300 से ज्यादा सैंपलों की रिपोर्ट अटक गई है। इसके साथ ही मशीनों के ठीक नहीं होने तक नए सैंपल नहीं लिए जा सकेंगे। इस लैब में पूरे मप्र के सैंपल टेस्ट किए जात हैं। लैब में 2019 में 25 हजार व 2020 में 17 हजार सैंपल टेस्ट किए गए थे।
करोड़ों की लागत की हैं मशीन
टीबी पर नियंत्रण के लिए केंद्रीय व राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर काम किए गए हैं। इसी कड़ी में 2010 में सीटीडी, एसटीबी तथा डब्ल्यूएचओ ने संयुक्त रूप से इंदौर के एमआरटीबी हॉस्पिटल में इस लैब की स्थापना के साथ अमेरिका में निर्मित इस करोड़ों रु. की मशीन को इंस्टॉल किया गया था। इस तरह एक दशक से यहां राज्यभर के सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं।
डॉ. श्रीवास्तव के मुताबिक एक बार मशीन पर 900 सैंपल टेस्ट किए जाते हैं। इसमें जब भी सैंपल पॉजिटिव रहता है तो कई बार जांच की जाती है, जो दो महीने तक चलती है। अब चोरों द्वारा मशीनों को नुकसान पहुंचाने से कंपनी के एक्सपर्ट आकर इसका आकलन करेंगे। फिर जो भी पाट्र्स खराब होगा, वो रिप्लेस होगा या नया लगेगा, उसके ऑर्डर जारी होंगे। फिर पाट्र्स आने व लगाने में समय लगेगा। ऐसे में कम से कम एक हफ्ते सैंपल टेस्ट नहीं किए जा सकेंगे।
इंदौर
एमआरटीबी की लैब से वायर चोरी, टीबी की जांच प्रभावित, मशीनें बंद होने से लैबोरेटरी से एक सप्ताह तक नहीं हो सकेगी जांचे
- 23 Nov 2021