इंदौर। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल महाराजा यशवंतराव (एमवाय) में जूनियर डॉक्टर (जूडा) हड़ताल पर बैठे हैं। यह तब है, जब कोरोना केस बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान तीसरी लहर आने की आशंका जता चुके हैं। हड़ताल की वजह भर्ती प्रक्रिया में देरी को बताया जा रहा है। इस हड़ताल का मंगलवार को 9वां दिन था और आज भी हड़ताल के कारण मरीज और उनके परिजन परेशान होते रहे।
जूडा की हड़ताल इंदौर के साथ ही ग्वालियर, रीवा, सागर, जबलपुर के अस्पतालों में भी चल रही है। जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि फाईनल ईयर में कई डॉक्टर पासआउट हो चुके हैं। सरकार इनकी भर्ती पर ध्यान नहीं दे रही है। इस वजह से वे हड़ताल करने को मजबूर हुए हैं। जूनियर डॉक्टर्स ने बताया कि उन्होंने कोरोना की पहली और दूसरी वेब के समय 24 घंटे से अधिक समय तक ड्यूटी की। इस दौरान स्टाफ की भी काफी कमी थी। लेकिन, मरीजों की जान बचाना उनकी प्राथमिकता में था। इसीलिए तब सरकार पर दबाव नहीं डाला। कब तक वह इस तरह की अनदेखी का शिकार होंगे?
उधर, जूडा की हड़ताल के बीच इंदौर में हर दिन कोरोना के चौंकाने वाले आंकड़े आ रहे हैं। 24 घंटे में कोरोना के 8 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं। ये तब है, जब मीटिंग में कलेक्टर ओमिक्रॉन को लेकर आशंका जता चुके हैं। इस बीच 5 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया। एक्टिव मरीजों की संख्या अब 43 हो गई है। जो नए मरीज मिले हैं, उनमें तिलक नगर के 3, कनाडिया, पलासिया, एमआईजी व परदेशीपुरा के एक-एक संक्रमित मिले हैं।
इंदौर
एमवाय में जूडा की हड़ताल से मरीज परेशान
- 08 Dec 2021