भोपाल। कई सालों से पोस्टमार्टम के लिए सिर खोलने के लिए छैनी-हथौड़े का प्रयोग अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल ने बंद कर दिया है। सड़क हादसों और विवादों के दौरान सिर में चोट की जांच का पता लगाने में पोस्टमार्टम के पहले खोपड़ी को छैनी-हथौड़े से खोलना पड़ता है। इस प्रक्रिया में कई बार सिर की हड्डी को काटते वक्त कई प्रकार के संक्रमण का खतरा रहता है।
कई बार छैनी के प्रहार के कारण चोट का सही पता नहीं लग पाता। ऐसे में अब एम्स में पोस्टमार्टम करने के लिए अत्याधुनिक मशीन से सिर की खोपड़ी खोलकर दिमाग के भीतर जांच की जा सकेगी। एम्स में गुरूवार को ऑक्सीलेटिंग इलेक्ट्रिक शॉ मशीन से पोस्टमार्टम की शुरूआत की गई है। पांच लाख रूपए की लागत से यह मशीन मंगाई गई है।
संक्रमण का खतरा कम
एम्स के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग की एचओडी डॉ.अरनीत अरोरा ने बताया कि इस मशीन में आरी के साथ ही सक्शन लगा हुआ है इससे माथे और खोपड़ी को काटने के पहले बाल और स्किन को हटा दिया जाता है उसके बाद यह मशीन सिर्फ हड्?डी को काटती जाती है बोन से निकलने वाला पावडऱ मशीन में लगे सक्शन के जरिए सोखकर हवा में फैलने से रोकता है। ऐसे में संक्रमण की संभावना कम हो जाती है और मशीन से सही प्रकार से खोपड़ी खोलकर सिर में चोट की जांच कर सुरक्षित और सटीक पोस्टमार्टम किया जा सकता है।
भोपाल
एम्स में मशीन से काटी जाएगी शव की खोपड़ी, एमपी में यह पहली मशीन
- 10 Jun 2022