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एसटीआर में हाथियों की छुट्टी खत्म, जमकर हुई खातिरदारी, गन्ने, गुड़, केले की उड़ाई दावत

  • 20 Sep 2023

नर्मदापुरम। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) में 7 दिनों से जारी हाथियों का हॉलिडे मंगलवार को खत्म हुआ। सात दिनों तक हाथियों की जमकर खातिरदारी हुई। आराम के अलावा खाने-पीने और नहलाने के साथ इनकी मालिश भी की गई। सभी हाथियों ने अपना पसंदीदा भोजन गुड़, गन्ना, केला व रोटी की दावत उड़ाई हैं। यह पढ़कर आप भी हैरान हो रहे होंगे तो आइए जानते हैं आखिर क्यों हो रही है हाथियों की इतनी खातिरदारी...
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हाथियों का 12 से 19 सितंबर तक पुनयौवनीकरण शिविर लगा गया। जिसमें एसटीआर के सभी आठ हाथियों को एक जगह एकत्र किया गया है। जंगल में सालभर भ्रमण करने वाले इन हाथियों को 7 दिन आराम कराया गया। उनसे किसी भी तरह का काम नहीं लिया गया। यहां हाथियों की खुराक बढ़ाने और तंदुरूस्त करने के लिए मनपसंद चारे के साथ फलों का भोजन कराया गया है। हाथियों के साथ रहने वाले महावत भी अनुभव साझा कर रहे हैं। मंगलवार को शिविर का समापन हुआ। बुधवार से सभी हाथी अपनी-अपनी जगह काम पर लग जाएंगे।
कर्नाटक से आएं गजराज को मिला पहली बार हॉलिडे
एसटीआर के चूरना में इस बार शिविर का आयोजन हुआ। कर्नाटक से आए गजा, पूजा, कृष्णा, मरिसा को पहली बार सात दिन का अवकाश मिला है। एसटीआर के विक्रम, अंजुगम, प्रिया, स्मिता के साथ कर्नाटक के हाथियों ने भी मौज-मस्ती की। कैंप में मनपसंद भोजन के साथ प्रत्येक हाथी को केला, गन्ना, भुट्टा, गुड, पपीता दिया गया। सुबह होते ही महावतों द्वारा रोजाना हाथियों को स्नान कराया गया। उनकी मालिश के साथ ही हाथियों को श्रृंगार कर कैंप में रोजाना किया गया। इन हाथियों में सबसे छोटा हाथी शराती विक्रम है।
महावतों को दिए ड्रेस, जुते
शिविर के समापन के दिन अतिथि वाइल्ड लाइफ पीसीसी चीफ, जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत रहे। हाथियों की अतिथियों के द्वारा पूजन की गई। फिर उन्हें भोजन कराया गया। सभी महावतों को ड्रेस, जूते व अन्य सामग्री भेंट की गई। इस अवसर पर एसटीआर के फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति, एएफडी संदीप फेलोज, एसडीओ विनोद चौहान, रेंजर आरपी पाठक समेत स्टॉफ माैजूद रहा।