भोपाल। साइबर क्राइम ब्रांच ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के नाम पर भोपाल के कारोबारी से 18 लाख रुपए ठग लिए। पुलिस दिल्ली के दो जालसाजों को प्रोडक्शन वारंट पर गाजियाबाद से भोपाल लेकर आई है। दावा किया, आरोपियों ने अन्य राज्यों में 60 से 70 लाख रुपए की ठगी की है। आरोपियों ने ठगी के लिए बी-टू-बी (बिजनेस-टू-बिजनेस) वेबसाइट इंडिया मार्ट में खुद का मोबाइल नंबर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सप्लायर के रूप में फीड करा रखा था। कारोबारी को इसी साइट से जालसाजों का नंबर मिला था। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। मुख्य आरोपी 6वीं तक पढ़ा है।
एएसपी अंकित जायसवाल ने बताया, हबीबगंज, भोपाल निवासी अक्षय जैन की प्राइवेट कंपनी है। जैन ने कोरोना काल में लोगों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मदद पहुंचाने के लिए सप्लायर का नंबर ऑनलाइन तलाशा। उन्हें इंडिया मार्ट में सप्लायर का मोबाइल नंबर मिला। सामने वाले ने अपना नाम विपिन शर्मा बताया। इसके बाद दोनों के बीच 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के कुल 18 लाख रुपए में खरीदने का सौदा तय हुआ। विपिन शर्मा ने फर्जी मेल आइडी से टैक्स इनवॉइस अक्षय को भेजा। उसके आधार पर अक्षय ने 4 बार में 18 लाख रुपए विपिन शर्मा के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। डिलीवरी नहीं मिलने पर अक्षय को ठगी के बारे में पता चला। शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में 3 आरोपियों द्वारा वारदात करने की बात सामने आई। पता चला कि वारदात को गाजियाबाद के नितिश अग्रवाल, शहादरा दिल्ली निवासी अभिनव उर्फ विजय मलिक और अलीगढ़ के विशाल उर्फ रोहदाश उर्फ विपिन शर्मा ने अंजाम दिया है। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए पहुंची। यहां पता चला कि फरीदाबाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। नितिश अग्रवाल और अभिनव को भोपाल पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। पूछताछ में पता चला, तीनों ने फरीदाबाद, भोपाल समेत दूसरे शहरों में तीन वारदातों को अंजाम दिया है। आरोपी नितिश बीकॉम एलएलबी है, जबकि अभिनव मात्र छठवीं कक्षा तक पढ़ा है। एक अन्य आरोपी विपिन फिलहाल जेल में बंद है।
भोपाल
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के नाम पर ठगी
- 20 Aug 2021