तीन माह में वापिस कराए 1 करोड़ तीन लाख रुपए
इंदौर। जैसे-जैसे इंटरनेट का उपयोग करते हुए तरह-तरह के एप के माध्यम से लोगों को तमाम तरह की सुविधाएं मिल रही है। वैसे-वैसे हाइटेक ठगोरे भी सक्रिय होकर किसी न किसी बहाने से लोगों के साथ ठगी कर रहे हैें। सायबर अपराध रोकने के लिए पुलिस भी अब सक्रिय होकर नई तकनीकों का उपयोग कर इन जालसाजों के द्वारा किए जाने वाले क्राइम पर पानी फेर रही है। यही कारण है कि जहां ऑनलाइन ठगी के पीडि़तों को पुलिस की सहायता मिल रही है, वहीं क्राइम ब्रांच ने ठगी रिफंड में रेकार्ड बनाया है।
दरअसल क्राइम ब्रांच ने ऑनलाइन ठगी के मामले में पिछले साल की अपेक्षा तीन माह का रिकार्ड तोड़ा है। ऑनलाइन ठगी के अब तक एक करोड़ तीन लाख 15 हजार 122 रुपए वापस लौटाए हैं। क्राइम ब्रांच ने बताया कि पिछले वर्ष के तीन माह की तुलना में काफी अधिक है। पिछले साल तीन माह में 22 लाख चार हजार 370 रुपए आवेदकों को वापस कराए गए थे, जबकि पुलिस कमिश्नरेट लागू होने के बाद 2022 में (जनवरी,फरवरी एवं मार्च माह) शुरुआत के तीन माह में एक करोड 3 लाख 15 हजार 122 रुपए आवेदकों के खाते में सकुशल वापस कराए गए।
सक्रिय है साइयबर हेल्पलाइन
सायबर क्राइम के तेजी से पैर पसारने के कारण आन लाइन ठगी की वारदातें भी तेजी से बढ रही हैं। आम जनता को आन लाइन ठगी से बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की जाती है उसके बाद भी छोटी सी चूक के कारण लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। इस ठगी के पैसे को वापस करवाने के लिए भी क्राइम ब्रांच की सायबर हेल्प लाइन सक्रिय रहती है। ठगी के तत्काल बाद यदि इसकी शिकायत सायबर हेल्प लाइन पर मिल जाती है तो ठगी का पैसा रिफंड वापस मिलने के आसार बढ जाते हैं। इस विशेष सुविधा के तहत क्राइम ब्रांच ने ठगी-रिफंड में रेकार्ड बनाया है।
शिकायत मिलते ही तत्काल निराकरण
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र के दिशा निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त,क्राइम राजेश हिंगणकर, पुलिस उपायुक्त क्राइम निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त,क्राइम गुरुप्रशाद पराशर व्दारा आन लाइन ठगी करने वालों की धरपकड़ के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। इसके तहत आन लाइन ठगी की शिकायतों में क्राइम ब्रांच की फ्राड इनवेस्टीगेशन टीमों को सक्रिय किया गया है। सायबर हेल्प लाइन पर मिलने वाली शिकायतों को निराकरण तत्काल किया जाता है और आन लाइन ठगी का पैसा रिफंड करवाया जाता है।
इस तरह लौटाए रुपए
2021 के जनवरी,फरवरी एवं मार्च माह की शुरुआत के तीन माह में 22 लाख 4 हजार 370 रुपए पीडि़तों को रिफंड करवाए गए थे। पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद इस वर्ष 2022 में जनवरी,फरवरी एवं मार्च माहे के शुरुआत के तीन माह में आन लाइन फ्राड पीडितों को 1 करोड 3 लाख 15 हजार 122 रुपए पीडि़तों को रिफंड करवाए गए हैं। ऑनलाइन फ्राड की शिकायतों में वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में 81 लाख 10 हजार 752 रुपए अधिक राशि रिफंड करवाई गई है।
एडवाइजरी के बाद भी हो जाते हैं शिकार
आन लाइन ठगी से आम आदमी को बचाने के लिए क्राइम ब्रांच समय-समय पर एडवाइजरी जारी कर सतर्क रहने की अपील करती है। इसके बाद भी लोग इनाम के लालच में या केवायसी अपडेट करवाने के झांसे में फंसकर आन लाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं। पुलिस और बैंक कभी भी फोन पर बैंक खाते की जानकारी नहीं लेती। इस बात का प्रचार प्रसार होने के बाद भी लोग ठगों के झांसे में आ जाते हैं। यदि आम लोग सतर्क रहेंगे तो वे कभी भी इस तरह के फ्राड का शिकार नहीं होंगे। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे आन लाइन ठगी से बचने के लिए सदैव अलर्ट रहें और उसके बाद भी यदि वे ठगी का शिकार हो जाएं तो तत्काल उसकी सूचना पास के थाने या क्राइम ब्रांच की सायबर हेल्प लाइन 7049124445,सिटीजन काप,एनसीआरपी पोर्टल आदि माध्यमों से तत्काल शिकायत करें।
तत्काल शिकायत से मिलता है लाभ-पाराशर
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त,क्राइम गुरु प्रसाद पाराशर ने बताया कि क्राइम ब्रांच की हेल्प लाइन पर तीन माह में करीब डेढ हजार शिकायतें मिली हैं। इसमें से 40 प्रतिशत मामले आन लाइन ठगी के मिले हैं। इन शिकायतों में 25 से 35 प्रतिशत पीडि़तों को आन लाइन ठगी का पैसा रिफंड करवा दिया गया है। ये अभियान निरंतर जारी है। आन लाइन ठगी होने के कुछ ही घंटों में शिकायत मिलने से पीडि़त को काफी लाभ मिल सकता है। उनका पैसा रिफंड होने का चांस काफी बढ जाते हैं। जिन मामलों में देरी होती है उनका पैसा रिफंड करवाने में लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। यदि आप ठगी के शिकार हो जाएं तो उसकी शिकायत तत्काल पुलिस या सायबर हेल्प लाइन पर करें।
इंदौर
ऑनलाइन ठगी पीडि़तों को मिल रही पुलिस की सहायता ... क्राइम ब्रांच ने ठगी के रिफंड में बनया रेकार्ड
- 05 Apr 2022