ग्वालियर। ऑनलाइन अचानक जॉब का ऑफर तोहफा के साथ धोखा भी हो सकता है। इंटरनेट पर ठगी करने वाले कई जालसाज युवा पढ़े-लिखे बेरोजगारों को इस तरह फिसिंग ई-मेल भेजकर ठग रहे हैं। यही कारण है कि ग्वालियर क्राइम ब्रांच की सायबर सेल ने इस तरह के जॉब ऑफर मेल या मैसेज से सावधान रहने एडवाइजरी जारी की है। पुलिस का मकसद ठगों के शिकार हो रहे युवाओं को बचाना है।
अक्सर इंजीनियर, कोर्सेस किए हुए युवा बेरोजगार इंटरनेट पर सर्च कर कई जॉब हंट वेबसाइट पर जॉब सर्च करते हैं। यहां कंपनी के लिए बायोडेटा भेजते हैं। जिसमें उनके मोबाइल नंबर, ई-मेल से लेकर अन्य जरूरी जानकारी होती है। इंटरनेट पर जालसाज जॉब दिलाने वाली फर्जी वेबसाइट के माध्यम से युवाओं का डेटा चोरी कर लेते हैं। इसके बाद वह ठगी का तानाबाना बुनते हैं।
इस तरह कर रहे युवाओं को टारगेट
- इंटरनेट पर बनी फेक वेबसाइट के माध्यम से ठग युवाओं को डेटा चोरी कर लेते हैं। इसके बाद युवा को जिस फील्ड में रुचि होती है, उसी फील्ड में जॉब ऑफर देते हैं। वे नेशनल कंपनी में अच्छे पैकेज पर जॉब का ऑफर रहता है। बेरोजगार जाल में फंस जाता है। ठग आवेदन करने वाले छात्र या बेरोजगार युवा को जॉब के लिए फिसिंग ई-मेल भेजते हैं। जिसमें फेक ऑफर लेटर होता है, उससे पहले वेबसाइट को एकमुश्त राशि ई-वॉलेट या अकाउंट में जमा कराने के लिए कहते हैं। ऑफर लेटर ई-मेल पर मिलने पर युवा रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर देते हैं। यहीं उनके साथ ठगी हो जाती है।
लगातार सामने आ रहे ऐसे मामले
- क्राइम ब्रांच स्थित सायबर सेल में हर दिन दर्जनों शिकायत ऑनलाइन फ्रॉड की रहती हैं। इनमें कुछ शिकायतें ऐसी भी सामने आने लगी हैं। इस तरह के फिसिंग ई-मेल के जरिए जॉब के ऑफर देकर ठगी के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। यही कारण है पुलिस को एडवाइजरी जारी करनी पड़ी है।
फ्रॉड होने पर कैसे ले सकते हैं मदद
- क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडौतिया ने बताया कि यदि आप किसी फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं तो आप सबसे पहले नजदीकी थाने पर जाकर शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल कर सूचना दे सकते हैं। इसके अलावा सायबर क्राइम की वेबसाइट 222.ष्4ड्ढद्गह्म्ष्ह्म्द्बद्
केस-1
ग्वालियर के तानसेन नगर के रहने वाले शिवकुमार इंजीनियर कर चुके हैं। दो साल से अच्छे जॉब की तलाश में इंटरनेट पर कई वेबसाइट पर जॉब पाने के लिए बायोडाटा भेजा था। कुछ दिन पहले उनके पास रूहृष्ट के नाम से कॉल आया। करीब 4 लाख रुपए का पैकेज के साथ जॉब ऑफर मिला। इसके बाद उनको ऑफर लेटर की कॉपी भेजी गई। फिर शिवकुमार को वेबसाइट के ई-वॉलेट 40 हजार रुपए पहली सैलरी के रूप में कमीशन मांगा गया था। इसके बाद शिवकुमार को संदेह हुआ। उन्होंने कंपनी की वेबसाइट पर सर्च किया, तो वहां भर्ती की जानकारी नहीं थी। इस पर कॉल करने वाले से पूछताछ की गई, तो उसने मोबाइल बंद कर लिया।
केस-2
ग्वालियर के रहने वाले आकाश जैन को भी इसी तरह कॉल आया। वह एमबीए कर चुके हैं। वह जॉब सर्च करते रहते हैं। उनसे भी एक जॉब हंट वेबसाइट के जरिए कुछ लोगों ने संपर्क किया और किसी तेल कंपनी में दुबई में मैनेजमेंट डिपार्टमेंट में जॉब का ऑफर देकर ठगी का प्रयास किया, लेकिन छात्र ने समझदारी दिखाते हुए ऑफर लेटर भेजने वाले के मोबाइल एप पर कैश ट्रांसफर नहीं किया। वह समझ गया था कि कोई भी कंसल्टेंसी वेबसाइट इस तरह से पैसे नहीं मांगती है।
ग्वालियर
ऑनलाइन मिला जॉब का ऑफर, तोहफा नहीं धोखा है!
- 16 Sep 2022