ठगोरों ने खुद को संबंधित बैंक के क्रेडिट कार्ड विभाग के अधिकारी बताकर किया था फ्राड
क्राईम ब्रांच इंदौर चालू वर्ष में अभी तक करा चुकी है करीब 5 करोड़ राशि रिफंड
इंदौर। क्राइम ब्रांच द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाईन पोर्ट पर सोशल मीडिया एवं ऑनलाइन फ्राड संबंधित शिकायतें प्राप्त होती हैं, जिस पर तत्काल जांच और कार्रवाई कर ज्यादातर मामलों में फ्राड की राशि खातों में रिफंड कराई जा रही है। 1 जनवरी से अभी तक इंदौर क्राइम ब्रांच लगभग 5 करोड़ रुपए ठगी की राशि रिटर्न करा चुकी है। ताजे मामले में अभी 9 आवेदकों के 5 लाख 13 हजार रुपए वापस उनके बैंक खातों में रिटर्न कराए हैं।
क्राइम ब्रांच एडि. डीसीपी राजेश दंडोतिया के अनुसार लगातार सायबर अवेयरनेस कार्यक्रम चलाने के बावजूद लोग ऑनलाईन ठगोरों के निशाना बन रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में इंदौर के अनिल को ठगोरे ने खुद को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर क्रेडिट कार्ड के ऐनुअल चार्जेस बंद करने के नाम से आवेदक के मोबाइल पर रिमोट एक्सेस एपीके सॉ टवेयर इंस्टाल करवाते हुए 45 हजार 792 रू निकाल लिए थे। शिकायत मिलते ही सायबर सेल की टीम ने संबंधित बैंक से संपर्क आहरित राशि आवेदक के बैंक खाते में वापस कराई। इसी प्रकार श्याम नामक युवक से ठगोरों ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर उनके मोबाइल पर एपीके फाइल इंस्टाल कराते हुए 45 हजार रुपए की ठगी कर ली थी। अहमद को मोबाइल पर खुद को फर्जी बैंक अधिकारी बन क्रेडिट कार्ड पर रिवार्ड रिडीम करने के नाम से 40 हजार 400 रू की चपत लगा दी, जिसे क्राइम ब्रांच द्वारा तत्काल संबंधित बैंक से जानकारी लेते हुए राशि खाते में वापस कराई गई। इसी प्रकार की ठगी करते हुए बदमाशों ने संजय से 30 हजार ठग लिए। आनंद को आरबीआई अधिकारी बनकर 49 हजार, सुमित को 40 हजार का चूना लगा दिया। वहीं सचिन नामक फरियादी को एसबीआई का अधिकारी बनकर क्रेडिट कार्ड केवायसी अपडेट करने के नाम से एक लिंक भेजी और बैंकिंग जानकारी प्राप्त कर 1 लाख 80 हजार रुपए खाते से निकाल लिए। आवेदिका राजकुमारी के क्रेडिट कार्ड से 35 हजार एवं पल्लवी के क्रेडिट कार्ड से 48 हजार रुपए ठगोरों ने निकाल लिए।
एडि. डीसीपी के अनुसार सभी मामलों में शीघ्र शिकायत मिलने पर सायबर सेल की टीम ने त्वतरित कार्रवाई करते हुए बैंक ट्रांजेक्शन रुकवाए और फरियादियों के खातों में राशि वापस कराई। उन्होंने आम लोगों सलाह दी है कि किसी भी अंजान नंबर से मैसेज या कॉल आने एवं स्वयं को बैंक अधिकारी बताने वाले पर भरोसा न करें। वरना आप ठगी का शिकार हो सकते हैं। यदि आपके साथ इस तरह की ठगी होती है तो एनसीआरपी पोर्टल पर या क्राइम ब्रांच द्वारा द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन नंबर 7049124445 पर कॉल कर शिकायत करें।
इंदौर
ऑनलाईन फ्राड : 9 शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई, 5.13 लाख रिटर्न
- 23 Aug 2024