भोपाल। भोपाल साइबर क्राइम ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ओएलएक्स पर बाइक बेचने का एड देकर ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दावा किया है कि आरोपियों ने 5 राज्यों (मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु) के 260 लोगों से करीब 80 लाख रुपए की ठगी की है। आरोपी खुद को सेना का कर्मचारी बताकर लोगों को फंसाते थे। ग्राहक का भरोसा जीतने के लिए इंटरनेट से सेना के कर्मचारियों के फोटो, परिचय पत्र निकालकर भेजते हैं। अफसरों के मुताबिक भोपाल के रहने वाले मुकेश विश्कर्मा ने शिकायत की थी कि ओएलएक्स पर बाइक बेचने का एड देखा था। इसकी कीमत 20 हजार रुपए बताई। दिए गए फोन नंबर पर बात करने पर बाइक बेचने वाले ने खुद को सेना का कर्मचारी बताया। तमाम चार्ज जोडऩे के बाद सौदा करीब 51 हजार 758 रुपए में तय हुआ। मुकेश ने यह राशि ठग के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। इसके बाद आरोपियों ने उसका फोन रिसीव करना बंद कर दिया। ठगी का अहसास होने पर मुकेश ने साइबर क्राइम में शिकायत की। जांच के बाद पुलिस ने राजस्थान के भरतपुर, राजस्थान से तालीम हुसैन, हय्यूल खान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हुसैन ग्रेजुएट है, जबकि हय्यूल खान 8वीं तक पढ़ा है।
ऐसे बनाते हैं शिकार
आरोपी ओएलएक्स पर वाहन की कीमत कम डालते हैं। ग्राहक सस्ते में वाहन मिलने की वजह से संपर्क करता है।
ठग खुद को सेना का कर्मचारी बताते हैं। इंटरनेट से सेना के कर्मचारियों का डाउनलोड किया गया परिचय पत्र, फोटो भेज देते हैं।
ग्राहकों से उनके आधार कार्ड और फोटो मांगते हैं। जिससे ग्राहक को भरोसे में लिया जा सके।
वाहन की बुकिंग के लिए 2,150 रुपए मांगते हैं।
सिक्योरिटी मनी के नाम पर 3150 रुपए लेते हैं।
वाहन में त्रक्कस् लगाने के लिए 9,999 की मांग करते हैं।
वाहन की डिलीवर करने से पहले 30 प्रतिशत कीमत एडवांस में ले लेते हैं।
ग्राहक को शक होने पर फर्जी लोकेशन क्रिएट करके विश्वास दिलाते हैं कि वह उसके आसपास के शहर के ही रहने वाले हैं।
भोपाल
ओएलएक्स को बनाया ठगी का प्लेटफॉर्म
- 21 Aug 2021