इंदौर। आईटी इंजीनियर को ठगोरों ने एक लाख रुपए की आॅनलाइन चपत लगा दी। पीड़ित ने साइबर हेल्प डेस्क पर शिकायत की। जांच के बाद पुलिस के प्रयासों से पीड़ित को आधी राशि(50 हजार रुपए) वापस मिले तो उसने पुलिस अधिकारियों का सम्मान किया।
जोन एक के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आलोक शर्मा को फरियादी दीपक पिता वर्जन मेहता निवासी सिलीकान सिटी ने बताया कि एक साल पहले उसने एचडीएफसी बैंक में क्रेडिट कार्ड का अप्लाय करने कस्टमर केयर नंबर सर्च किया था। इस पर बैंक अधिकारी ने बताया कि आपके लाइफ टाइम फ्री वाला कार्ड दिया जाएगा। इस कार्ड की एक वर्ष की फीस 10 हजार रुपए रहेगी। इसमें जीएसटी अलग से लगेगा। बैंक की कार्रवाई से संतोष नहीं होने पर ट्वीटर हेल्ड पर पोस्ट किया।
15 जून को अज्ञात नंबर से ठग ने कॉल करते हुए बताया कि क्रेडिट कार्ड का शुल्क वापस कर दिया जाएगा। इसके लिए आपको कस्टर आईडी नंबर बताना होगा। ईमेल एड्रेस के साथ मोबाइल पर मैसेज आएगा। कुछ देर बाद पीड़ित को ओटीपी आया। ठग ने ओटीपी नंबर लेकर 50 हजार रुपए निकाल लिए। जब पीड़ित ने कहा कि मेरे खाते से पैसे निकल गए हैं, तब ठग ने दोबारा कॉल कर बताया कि टेक्निकल एरर आने से पैसे निकले हैं, पुन: ओटीपी आएगा। दूसरी बार पीड़ित के खाते से 50 हजार रुपए निकल गए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने ठग का मोबाइल नंबर ट्रेस किया, जो राकेश कुमार निवासी बिहार के नाम से रजिस्टर्ड होना पाया गया। मोबाइल नंबर से पुलिस ने ठग के एक्सिस बैंक का पता किया। बैंक अधिकारी को ठगी की जानकारी दी। इसके बाद बैंक ने ठग के खाते फ्रीज करते हुए पीड़ित के खाते में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए।
इंदौर
ओटीपी लेकर लगा दी एक लाख की चपत, पुलिस ने आधी राशि वापस कराई, किया सम्मान
- 17 Oct 2024