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इंदौर

ओल्ड जीडीसी में फीस घोटाले की जांच पूरी, समिति ने सौंपी रिपोर्ट

  • 19 Jan 2022

इंदौर। माता जीजाबाई शासकीय स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय (ओल्ड जीडीसी) में फीस घोटाले की जांच पूरी हो गई। समिति ने कुछ दिन पहले जांच प्रतिवेदन सौंप दिया है। इसमें बताया है कि महाविद्यालय के स्वशासी विभाग में लंबे समय से आर्थिक गड़बडिय़ां चल रही हैं। खातों का हिसाब भी बराबर नहीं है। मामले में समिति ने 2011 से खातों का अंकेक्षण करने का रिपोर्ट में सुझाव दिया है, लेकिन महाविद्यालय इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हालांकि फीस घोटाले के दोषियों को महाविद्यालय की कुछ महिला प्राध्यापक बचाने में लगी हैं।
दरअसल ओल्ड जीडीसी में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम को स्वशासी का दर्जा मिला हुआ है। सत्र 2020-21 में पीजी कोर्स में प्रवेश लेने वाली कुछ छात्राओं से फीस वसूली गई। बदले में कथित रूप से फर्जी रसीद थमाई गई। मामले में छात्रा कनिष्का आर्य ने तत्कालीन प्राचार्या डा. सुमित्रा वास्केल से शिकायत की। कर्मचारी नेमीचंद गौड़ और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी अतुल गौड़ ने फीस वसूली, लेकिन बदले में दी गई रसीद जांच में फर्जी साबित हुई। तब महाविद्यालय ने मामला दबा दिया। अतुल गौड़ ने इस्तीफा देने के साथ ही 12 छात्राओं की फीस 70 हजार 700 रुपये जमा कर दी। बाद में प्राचार्या डा. श्री द्विवेदी ने पुलिस में शिकायत की और उच्च शिक्षा विभाग ने तीन सदस्यीय समिति को मामले की जांच सौंपी। समिति ने प्रवेश से जुड़े दस्तावेज खंगाले। इसमें कई गड़बडिय़ां सामने आईं। कुछ दस्तावेज महाविद्यालय की अलमारी से भी गायब मिले।