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चिंतन और संवाद

कथा गाने वालों में पांच विवेक होना चाहिए ...

  • 14 May 2022

1...विद्वत विवेक होना चाहिए ...कथा का गायक बड़ा विद्वान हो इससे बड़ी महिमा क्या होगी ...लेकिन विवेक हो... व्यासपीठ गालियां देने के लिए नहीं है... गुरु शरणानंद जी ने तो कैसी टकोर की थी कि दूसरों को गाली देने के लिए साधु हुए हो ?....या तो भेख उतारो या तो भाषा बदलो ....कथा के गायक को अपनी विद्ववत्ता का भी विवेक होना चाहिए....
2... कथा गायक को विनोद विवेक होना चाहिए ...आप विनोद करें लेकिन विवेक चूकना नहीं चाहिए ...मुंह चढ़ाये क्या गाना ....श्रोता ने कोई अपराध किया है क्या ?....
3... विचार विवेक होना चाहिए ....अपने विचारों को प्रस्तुत करने का विवेक होना चाहिए ...कोई ऐसे विचार प्रस्तुत ना किए जाए जिसमें विवेक का भंग होता है...
4... कथा गायक का वेश विवेक भी होना चाहिए... सीधा-साधा ....वेश का विवेक होना चाहिए.... व्यासपीठ गुणातीत होती है ....
5...वाणी विवेक भी होनी चाहिए ...ऐसे संभालकर गाने वाले महापुरुषों के लिए..... हम तो कोशिश कर रहे हैं... हम कहां इसके रक्षक बन पाएंगे.... लेकिन महापुरुषों ने जो कहा है कि ऐसा जीवन जिए वो इस रामचरित मानस सरोवर के रक्षक हैं..... उसके वो संभालने वाले हैं...
जे गावहिं यह चरित सँभारे   
तेइ एहि ताल चतुर रखवारे
( मानस प्रथम सोपान )