इंदौर नगर निगम में बिना पैसे के कोई काम नहीं होता है। यहां भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों की एक लंबी फौज काम कर रही है। सोमवार को लोकायुक्त की टीम ने यहां रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ एक अधिकारी और कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।
नगर निगम के खास कमाऊ विभाग जिसे जानकारी विभाग ( जनकार्य विभाग ) कहा जाता है इसमें सालों से पदस्थ है। इनके मामले में अनेक बार शिकायतें भी मिली लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया शायद वरिष्ठ अधिकारियों का ही उन्हें संरक्षण हो इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
आरोपी अधीक्षक सक्सेना करीब 15 और महिला कर्मचारी पिछले 12 सालों से इसी विभाग में पदस्थ है। इस कार्रवाई में डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल की टीम ने कार्रवाई की है।
सूत्रों की माने लोकायुक्त के हत्थे आए निगम केविजय सक्सेना के साथ पकड़ाई हिमानी वैध के पास से एक डायरी मिली है । जिसमे बड़ा हिसाब लिखा है । डायरी में 3 परसेंट का खेल सामने आया है जिसमे ढाई प्रतिशत निगम के दो बड़े अधिकारियों को मिलता था जबकि आधा प्रतिशत विजय सक्सेना की टीम के हाथ मे आता था । सूत्रों की माने तो डायरी में मिली जानकारी के अनुसार निगम के दो बड़े अधिकारियो के साथ कुछ नेता भी लोकायुक्त के निशाने पर है । अभी तक 10 प्रॉपर्टी करीब 11 लाख 50 हजार नगद मिल चुके है। उम्मीद है जल्द ओर भी कई खुलासे होंगे। लोकायुक्त को प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी के व्यक्तिगत बैंक खाते और लॉकर में नगदी व जेवरात होने की बात सामने आई है। वही घर में भी सोना चादी नकदी होने की बात सामने आई है।
इंदौर
करोड़ो का निकाला निगम का भ्रष्ट अफसर... डायरी में 3 परसेंट का खेल ..!
- 03 Aug 2021