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भोपाल

कांग्रेस -भाजपा में गुटबाजी की राजनीति

  • 19 Sep 2022

कांग्रेसी विधायक सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साध नाराजगी जाहिर की
शिवराज के मंत्री ने अपनी ही सरकार की योजना पर उठाए सवाल
भोपाल/ भिंड।  कांग्रेस और भाजपा में अब गुटबाजी की राजनीति होती दिखाई दे रही है। भिंड के अटेर विधानसभा के कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक हेमंत कटारे इन दिनों अपनी ही पार्टी से खफा है। उन्होंने पार्टी से नाराजगी को लेकर अपने ही शब्दों में सोशल मीडिया परजाहिर किया है। कांग्रेस से नाराजगी जाहिर करने के पीछे भिंड जिले के ओबीसी समाज के एक नेता को पार्टी में स्थान न देना बताया जा रहा है। वहीं शिवराज सरकार के मंत्री ने मध्याह्न भोजन को लेकर अपनी सरकार की योजना पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस नेताओं की प्रदेश स्तरीय बैठक बीते रोज भोपाल में बुलाई गई। इस बैठक में पार्टी के आगे की रूपरेखा तैयार की जानी थी। इस बैठक में पूर्व विधायक कटारे ने दूरी बनाकर रखी। इस बैठक से दूरी बनाए रखने के पीछे उन्होंने सोशल मीडिया के ट्यूटर अकाउंट पर भी शेयर किया है। पूर्व विधायक ने अपने मन की पीड़ा को बयां किया और लिखा है -
ग्वालियर-चंबल में ओबीसी के सबसे बड़े नेता जय श्रीराम बघेल का नाम मेरे द्वारा प्रदेश प्रतिनिधि के तौर पर सुझाया गया था। परंतु मेरे इस सुझाव की अनदेखी से मैं दुखी हूं। इस कारण से पार्टी की बैठक में अनुपस्थित रहा।
दूसरी पोस्ट में लिखा-
इस विषय मे आप सभी का ध्यान आकर्षण करना बेहद जरूरी है क्योंकि मुझे प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे प्रदेश में कही भी बघेल समाज के व्यक्ति को मौका नहीं मिला है। और पूरे भिंड जिले में भी किसी भी ओबीसी को प्रदेश प्रतिनिधि के तौर पर स्थान नहीं दिया गया है। यह एक बड़ी चूक है।
पूर्व सीएम से जल्द करेंगे मुलाकात
पूर्व विधायक कटारे अपनी बात को रखने के लिए पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ से जल्द मुलाकात करेंगे। वे पार्टी में ओबीसी बघेल समाज की हो रही अनेदखी को लेकर चर्चा करेंगे। पूर्व विधायक हेमंत कटारे की ओर से कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को ध्यान में रखकर की गई पोस्ट को लोग गंभीरता से ले रहे हैं। वहीं इस पोस्ट से पार्टी के अंदर अंतर्कलह और गुटबाजी की राजनीति हावी दिख रही है। बता दें, पूर्व विधायक हेमंत कटारे, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश के पूर्व मंत्री दिवंगत सत्यदेव कटारे के सुपुत्र है और उनकी भिंड के अटेर व मेहगांव विधानसभा समेत जिलेभर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। हालांकि इस मामले में दैनिक भास्कर टीम ने पूर्व विधायक से बातचीत करने के लिए दो से तीन बार फोन पर संपर्क करना चाहा। परंतु संपर्क नहीं हो सका।
शिवराज के मंत्री बोले-6 महीने से नहीं बंटा मध्यान्ह भोजन
उधर, मध्यप्रदेश में एक मंत्री ने अपनी ही सरकार की योजना की पोल खोली है। खनिज एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को एक शिकायती लेटर लिखा है। जिसमें कहा है कि उनके क्षेत्र पन्ना जिले के अजयगढ़ ब्लॉक में करीब 100 स्कूलों में 6 महीनों से मध्यान्ह भोजन नहीं बंटा है। पत्र में मंत्री ने क्षेत्र में योजना में हो रही गड़बड़ी पर रोक लगाने की मांग की है। लेटर 14 सितंबर को लिखा गया था, लेकिन अब सामने आया है। लेटर सामने आते ही कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाए है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। बता दें कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण आहार सप्लाई में गड़बड़ी को लेकर कैग की रिपोर्ट के बाद प्रदेश की राजनीति में पहले से ही बवाल मचा है। रिपोर्ट सामने आने के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है। अब खनिज मंत्री का यह पत्र सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।
खनिज मंत्री के पत्र का मजमून
'मेरे विधानसभा क्षेत्र में पन्ना भ्रमण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने बताया है कि अजयगढ़ विकासखंड के करीब 100 से अधिक स्कूलों में पिछले छह महीनों से मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं किया जा रहा है। इसके कारण स्थानीय लोगों में असंतोष है। ऐसी स्थिति चिंता का विषय है। मध्यान्ह भोजन वितरण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मध्याह्न भोजन का वितरण सुचारू रूप से संचालित कराने के संबंध में आदेश दें।Ó
मंत्री बोले- 15 दिन में सुधर जाएगी व्यवस्था
मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि दौरे के दौरान सामने आया था बहुत दिनों से कई स्कूलों में मिड-डे मील नहीं मिला। इस बारे में कलेक्टर से बात की, तो पता चला कि योजना के पोर्टल में कोड गलत फीड हो गया है, इस वजह से दिक्कत हुई है। स्कूल शिक्षा मंत्री जी के संज्ञान में लाए। अब कलेक्टर ने बताया है कि कोड को ठीक कर लिया गया है। 15 दिनों में व्यवस्था सुधर जाएगी।
कमलनाथ बोले- सच्चाई स्वीकार करे सरकार
मंत्री का लेटर सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने पहले ही योजना में गड़बड़ी की बात कही थी। इसके प्रमाण भी समय-समय पर सामने आए हैं। पोषण आहार के नाम पर प्रदेश में फर्जीवाड़ा किया गया। अब सरकार के जिम्मेदार खुद सच्चाई सामने ला रहे हैं। पता नहीं सरकार कब इसकी सच्चाई को स्वीकार करेगी। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाए। योजना में भी फर्जीवाड़ा बंद कर दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
पंचायत मंत्री ने भी लगाया था आरोप
पिछले दिनों शिवपुरी में पंचायत एवं ग्रामीण विकास और शिवपुरी के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए थे। उन्होंने शिवपुरी में कहा था कि क्षेत्र में स्मैक और रेत का अवैध कारोबार बढ़ रहा है। मैं मानता हूं कि यह पुलिस के संरक्षण के बिना नहीं हो सकता। वे यहां जिले की समीक्षा बैठक में शामिल होने आए थे।