नागरिक ने तहसील में की शिकायत, जर्जर और सुनसान रास्ते से आवाजाही करने को मजबूर लोग
इंदौर। गोशाला पहुंच मार्ग आम नागरिकों के आवागमन के लिए सेना पूरी तरह बंद कर चुकी है। इसके कारण कारण तेलीखेड़ा सहित अन्य कॉलोनियों के हजारों रहवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इनमें सबसे ज्यादा परेशान महिलाएं, बधो और वृद्घ हो रहे हैं, जिन्हें सुनसान और ऊबड़-खाबड़ मार्ग से निकलना होता है। सार्वजनिक उपयोग वाले इस शासकीय मार्ग को पहले न्यायालय ने खोलने के आदेश दिए थे, जिस पर अमल नहीं हो रहा है। रहवासियों ने एक बार फिर जिम्मेदारों को पत्र देकर इसको खुलवाने की मांग की है। आने वाले दिनों में इस मामले के एक बार फिर बढऩे के आसार नजर आ रहे हैं।
तेलीखेड़ा निवासी सूर्य प्रकाश पंवार ने बताया कि इस संबंध में एसडीएम, तहसीलदार व एएसपी को पत्र देकर पूरी जानकारी भी दी, लेकिन सेना का हस्तक्षेप होने से कोई भी कार्रवाई करने से डर रहा है। उन्होंने कर्नाटक हाई कोर्ट के आदेश की प्रतिलिपि देते हुए बताया कि सेना द्वारा बंद रास्ते को खोलने की जानकारी दी है।
सेना द्वारा वर्षों पूर्व एबी रोड से गोशाला व तेली खेड़ा जाने वाले सार्वजनिक शासकीय रास्ते को सुरक्षा का कारण बताते हुए बंद कर दिया गया था। पूर्व में इस मार्ग पर बिना हेलमेट पहने वाहन चालकों को प्रवेश नहीं दिया जाता था बाद में एक ओर से बंद कर दिया और फिर कुछ दिनों बाद सेना ने इस मार्ग को दोनों ओर से आम नागरिकों के प्रवेश के लिए बंद कर दिया। हालांकि इस मार्ग से गोशाला होते हुए तेलीखेड़ा व अनेक कालोनियों के साथ साथ उपजेल जाता है। मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता रामकिशोर शुक्ला ने भी लंबी लड़ाई लड़कर कोर्ट से स्टे हासिल किया है। उनके मुताबिक ऐसा करके सैन्य प्रशासन केवल आम जनता को परेशान कर रहा है।
करीब छह साल पूर्व छावनी परिषद की बैठक में इस निर्णय का विरोध हुआ था। नगर के वरिष्ठ नागरिकों के साथ बैठक भी आयोजित की गई थी। तब न्यायालय के आदेश पर इसे आवागमन के लिए खोल दिया गया था, जिसे दोबारा बाद में बंद कर दिया गया। इसके बाद सेना द्वारा तर्क दिया गया था कि पास के एक मार्ग को व्यवस्थित आम नागरिकों के आवागमन के लिए दिया जाएगा। सेना द्वारा सुझाया गया यह रास्ता अंधे मोड़ के साथ जर्जर भी है। वहीं रात को यहां रोशनी का इंतजाम भी नहीं है। ऐसे में यह मार्ग यहां से गुजरने वाले लोगों के लिए यह परेशानी भरा है।
इस बारे में एक शिकायत मिली है। वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
-धीरेंद्र पाराशर, तहसीलदार महू
रास्ते को लेकर कोर्ट से स्टे मिल चुका है और यह स्थिति आज भी कायम है। सैन्य प्रशासन की ओर से दादागीरी की जा रही है। मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है, लेकिन सेना ने इसे बंद कर दिया है। हम इस बारे में तमाम विभागों में शिकायत भी कर चुके हैं।
-रामकिशोर शुक्ला, वरिष्ठ भाजपा नेता
इंदौर
कोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं मिला रास्ता
- 08 Sep 2021