कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे के बाद संचालकों ने विद्यार्थियों के लिए जारी की गाइडलाइन
इंदौर। कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे से एक बार फिर शिक्षण संस्थानों को विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए सोचने पर मजबूर कर दिया है। हाल ही में भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) इंदौर में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे। इसके चलते संस्थान ने परिसर के अंदर कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराना शुरू कर दिया है।
शहर के कालेज और कोचिंग संस्थानों ने भी विद्यार्थियों को बिना मास्क के कक्षाओं में नहीं आने के निर्देश जारी किए हैं। बार-बार सैनिटाइजर का उपयोग करने की सलाह भी दी गई है। इसके पहले जब कोरोना संक्रमण के मामले कम आ रहे थे तो कालेजों और कोचिंग संस्थानों में बिना मास्क के भी विद्यार्थी दिखाई देने लगे थे लेकिन अब फिर से कई शिक्षण संस्थानों ने विद्यार्थियों की क्षमता में बदलाव कर दिया है। 50 फीसद क्षमता से विद्यार्थियों को कक्षाओं में बैठाया जा रहा है। संक्रमण बढऩे से कई विद्यार्थी अपने घर भी जा रहे हैं और अहिल्या विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को आनलाइन माध्यम से कराने की मांग कर रहे हैं। सरकारी हास्टलों में भी संक्रमण का असर दिखाई दे रहा है। यहां भी विद्यार्थियों को कहा जा रहा है कि भीड़ वाली जगह जाने से बचें और शारीरिक दूरी का पालन करें।
एसजीएसआइटीएस में भी सख्ती - प्रदेश के सबसे बड़े इंजीनियरिंग संस्थान एसजीएसआइटीएस में भी सख्ती कर दी गई है। मुख्य गेट पर ही मास्क अनिवार्य रूप से लगवाया जा रहा है। यहां कोरोना की पहली और दूसरी लहर में कुछ शिक्षकों की जान चली गई थी। इसके बाद से संस्थान ने विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया था। कालेज अब भी कई कोर्सेस की पढ़ाई आनलाइन माध्यम से करवा रहा है।
इंदौर
कालेजों और कोचिंग में बिना मास्क के प्रवेश नहीं
- 27 Dec 2021