इंदौर। मालव भूषण, जैनाचार्य नवरत्नसागर सूरीश्वर के प्रशिष्य रत्न, जप और तप से जैन समाज में अपनी अलग ही पहचान बनाने वाले तप सम्राट गणिवर्य आदर्श रत्न सागर ने आज श्रमण श्रमणी भगवंतों के साथ नगर में भव्य मंगल प्रवेश करने के बाद कालानी नगर स्थित जैन श्वेताम्बर उपाश्रय में महती धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह शरीर और मन की प्यास बुझाई जाती है, उसी तरह आत्मा की प्यास भी बुझाना जरूरी है। यह प्यास धर्म, संस्कृति, सेवा और संस्कार के मार्ग पर चलकर पूरी होगी।
आदर्श फाउंडेशन की मेजबानी में आज सुबह बैंडबाजे, घोड़े-बग्घी, नृत्य करते युवा एवं महिला मंडल सहित गणिवर्य आदर्श रत्न सागर म.सा. का मंगल प्रवेश जुलूस कालानी नगर स्थित श्रीमाल परिवार के निवास से प्रारंभ होकर कालानी नगर स्थित अभयसागर जैन श्वेताम्बर उपाश्रय पहुंचा, जहां धर्मसभा में गणिवर्य आदर्शरत्न सागर म.सा. ने कहा कि आज का युवा जहां फैशन को स्टेटस और व्यसन को प्रोफाइल बनाने में जुटा हुआ है, वहीं इंदौर के युवाओं को श्री नवकार परिवार संस्कारित और श्रद्धावान बनाने का श्रेष्ठतम कार्य कर रहा है। इस मानव शरीर की प्यास अनंत है। हमें शरीर और मन की प्यास बुझाने के साथ आत्मा की प्यास बुझाने की ओर भी ध्यान देना होगा। संचालन प्रवीण गुरूजी ने किया।
इंदौर
कालानी नगर में आदर्शरत्न सागर का भव्य मंगल प्रवेश
- 10 May 2023