नई दिल्ली। किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने पर किसी भी तरह के अवांछित घटनाक्रम से बचने के लिए दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है। रास्ता रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग के साथ ही क्रेन भी लगाई गई है। सिर्फ दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर ही नहीं अन्य मार्गों पर भी बैरिकेडिंग होने के चलते कई जगहों पर लंबा जाम लगा है।
पूरा हुआ एक साल
किसान आंदोलन का आज एक साल पूरा हो गया है। ऐसे में दिल्ली की उन तमाम सीमाओं पर जहां बीते 12 महीनों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं वहां पुलिस की तरफ से सख्ती बढ़ी है तो किसानों की भीड़ भी बढ़ गई है। आंदोलन के एक साल पूरा होने व पीएम की तरफ से तीनों कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद एसकेएम ने किसानों से दिल्ली बॉर्डर्स पर पहुंचने और आंशिक जीत उत्सव मनाने का आह्वान किया था। इस अपील का वीरवार को अच्छा खासा असर देखने को मिला।
आलम यह था कि कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर किसानों के पहुंचने का सिलसिला सुबह से शुरू होकर देर रात तक जारी रहा। हर एक घंटे में 15 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां कुंडली बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं। कानून वापस लिए जाने की घोषणा से किसान जोश में हैं, लेकिन एमएसपी समेत लंबित मांगों को भी नहीं भूले हैं। उनकी सरकार से उम्मीद भरी अपील है कि बाकी मांगों को जल्द ही पूरा किया जाए, ताकि वह घर लौट सकें।
साभार अमर उजाला