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खजराना गणेश के फिल्म स्टार्स भी भक्त

  • 31 Aug 2022

2 करोड़ के स्वर्ण आभूषणों से सजे खजराना गणेश:आज लगेगा सवा लाख मोदक का महाभोग
गणेश उत्सव में प्रतिदिन लगेगा 11-11 हजार लड्डूओं का भोग
इंदौर। शहर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर की ख्याति विदेशों में भी है। जब भी कोई विदेश से या शहर के बाहर से इंदौर में आता है तो खजराना गणेशजी के दर्शन के लिए जाता है। खजराना गणेश भगवान अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। शहर और प्रदेश के साथ दूसरे राज्यों और विदेशों में भी खजराना गणेशजी के भक्त हैं। इनमें कई बड़े स्टार्स भी शामिल हैं। आज से शुरू हुए दिस दिनी गणेशोत्सव के पहले दिन खजराना मंदिर में भगवान गणेशजी का दो करोड़ रुपए के स्वर्ण आभूषणों से श्रृंगार किया गया है, वहीं सवा लाख मोदकों का भोग भी अर्पित किया जाएग। इसके साथ ही आगामी नौ दिनों तक प्रतिदिन 11-11 हजार लड्डूओं का भोग लगाया जाएगा।
खजराना गणेश मंदिर देवी अहिल्याबाई होल्करकालीन है। मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट के मुताबिक, हमारे मूल पुरुष वैद्य मंगलमूर्ति भट्ट को आठ पीढ़ी पहले भगवान गणेश ने सपने में दर्शन दिए थे। कहा था- तुम जहां गाय चराते हो, वहां मैं हूं, मुझे यहां से निकालो...। इस पर उन्होंने मां अहिल्या देवी होल्कर के दरबार में निवेदन किया। देवी ने अपने दूत भेजकर यहां गणेशजी की प्रतिमा को निकलवाया। वे प्रतिमा को राजबाड़ा के पास स्थापित करना चाह रही थीं। इसी बीच वैद्य भट्ट ने प्रतिमा को उठाकर यहां एक टीले पर रखा दिया, जो फिर हिली ही नहीं। इस पर देवी अहिल्या ने यहीं मंदिर बनवा दिया। 1733 में देवी अहिल्या ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया था।
पं. अशोक भट्ट के अनुसार, यह भी कहा जाता है कि यह मंदिर परमार कालीन है। मुगलकाल में जब औरंगजेब दक्षिण भारत में आक्रमण करने के लिए यहां से गुजरा तो तत्कालीन पुजारियों ने इस मूर्ति को छिपा दिया था। इसका कारण यह था कि औरंगजेब इस मूर्ति को खण्डित करके मंदिर को तोडऩा चाहता था। फिर कालांतार में वैद्य मंगलमूर्ति भट्ट ने यहां स्थापित किया।
मान्यता है कि लोग यहां जो भी मनोकामना मांगते हैं, वो अवश्य पूरी होती है। महानायक अमिताभ बच्चन भी खजराना गणेश के बड़े भक्त हैं और यहां के फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। भारतीय टीम के कई क्रिकेटर भी खजराना गणेश पर श्रद्धा रखते हैं। भारत ही नहीं दुनियाभर के लोग जब इंदौर आते हैं, खजराना गणेश के दर्शन करने जरूर जाते हैं।
रातभर दर्शन के लिए खुला रहा मंदिर
गणेश चतुर्थी के पर्व पर इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में लंबोदर का दो करोड़ के स्वर्ण आभूषण से श्रृंगार किया गया। मंगलवार को हरितालिका तीज का पर्व होने से बड़ी संख्या में महिलाएं-युवतियां रातभर जागरण करती है। इसलिए खजराना गणेश मंदिर भी रातभर भक्तों के दर्शन के लिए खुला रहा। रात करीब साढ़े 8 बजे से भगवान का श्रृंगार शुरू हुआ, जिसमें लगभग पांच घंटे का समय लगा। आज गणेश चतुर्थी पर कलेक्टर मनीष सिंह व निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने सुबह दस बजे ध्वज पूजन कर सवा लाख मोदक का भोग भी लगाया।
दो वर्ष बाद धूमधाम से मना रहे महोत्सव
पिछले दो वर्षों से कोरोना के प्रतिबंध झेल रहे खजराना गणेश मंदिर में इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। भक्तों को दर्शन करने में कोई परेशानी न हो इसका भी ध्यान रखा गया है। मंदिर में पुलिस व प्रशासन का अमला अभी से मुस्तैद है। अगले दस दिनों तक मंदिर में गणेशोत्सव के तहत भजन संध्या के साथ ही गजानन को प्रिय लड्डुओं का भोग भी रोजाना अर्पित किया जाएगा। रोज भगवान को 11-11 हजार अलग-अलग लड्डूओं के भोग अर्पित होंगे।
गणेश उत्सव में लगेगा 11-11 हजार लड्डूओं का भोग
गणेश चतुर्थी पर सवा लाख मोदक का भोग लगने के बाद अगले 9 दिनों तक भगवान को अलग-अलग लड्डूओं का भोग लगेगा। इनमें गोंद के लड्डू, अजवाइन-सोंठ के लड्डू, बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू, उड़द के लड्डू, मूंग के लड्डू, चावल के लड्डू, बड़ी बूंदी के लड्डू, तिल्ली के लड्डू, और ग्यारस के दिन फरियाली लड्डूओं का भोग लगाया जाएगा।
दर्शन की विशेष व्यवस्था
मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त भगवान के दर्शन करने आएंगे। ये सिलसिला आगामी 10 दिनों तक चलेगा। इसे देखते हुए भक्तों को दर्शन करने में कोई दिक्कत न हो ऐसी व्यवस्था मंदिर परिसर में की गई है।झिगझैग पैटर्न पर भक्त लाइन में लगकर भगवान के दर्शन कर सकेंगे। फोर स्टैप भी गर्भगृह के सामने लगाए है। ताकि एक बार में कई भक्त अपनी लाइन में खड़े-खड़े ही खजराना गणेश के दर्शन कर सके।