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खेत में मिले दुर्लभ प्रजाति के उल्लू के 8 बच्चे, रेंजर ने कहा- वर्न आउल के हैं बच्चे, वन विभाग की टीम करेगी रेस्क्यू

  • 22 Nov 2023

टीकमगढ़। टीकमगढ़ जिले में एक किसान के खेत में दुर्लभ प्रजाति के उल्लू के आठ बच्चे मिले हैं। खेतों में पानी देने के लिए किसान ने जब कुएं के बगल में बना कमरा खोला, तो उसमें उल्लू के सफेद रंग के बच्चे दिखाई दिए। विलुप्त पक्षियों की श्रेणी में शामिल उल्लू के बच्चों की सूचना किसान ने वन विभाग के अधिकारियों को दी है।
गतारा गांव निवासी महेंद्र रावत ने बताया कि आज खेत में पानी देने के लिए कुएं के बगल में बना कमरा खोला। कमरे में रखे पाइप के नीचे से अजीब तरह की आवाज आ रही थी। पाइप हटाकर देखा तो अजीब तरह के सफेद रंग के पक्षी दिखाई दिए। पहले तो पक्षियों को देखकर वह डर गए। फिर उन्होंने उनका फोटो रिटायर्ड डीएफओ जगदीश प्रसाद रावत को भेजे।
उन्होंने बताया कि यह विलुप्त पक्षियों की श्रेणी में शामिल उल्लू के बच्चे हैं। जिले में उल्लू लगभग विलुप्त होने की कगार पर हैं। ओरछा सेंचुरी और राजशाही महलों में ही कुछ उल्लू बचे हैं। महेंद्र रावत ने बताया कि उल्लू के बच्चों की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दे दी है। फिलहाल वन विभाग की टीम के पहुंचने तक उन्हें सुरक्षित खेत पर बने कमरे में ही रखा गया है।
दुर्लभ प्रजाति का उल्लू बताया
वन विभाग टीकमगढ़ में पदस्थ रेंजर संजय शर्मा ने बताया कि यह दुर्लभ प्रजाति के उल्लू के बच्चे हैं। शुरूआत में देखकर यह गिद्ध के बच्चे लग रहे थे, लेकिन गिद्ध कभी भी एक या दो से ज्यादा बच्चे नहीं देते।
इसके बाद पक्षियों के बच्चों का वीडियो एक्सपर्ट के पास लखनऊ भेजा गया। एक्सपर्ट ने बताया कि यह दुर्लभ प्रजाति के वर्न आउल के बच्चे हैं। यह प्रजाति देश में विलुप्त होने की कगार पर है। उन्होंने बताया कि कि जल्द ही वन विभाग की टीम बच्चों को अपने संरक्षण में लेगी।