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इंदौर

खाद खत्म, लाइन लंबी

  • 30 Oct 2024

किसान बोले- नेता और उनके चहेतों को भेज दिया गया खाद, अफसर- एकदम मांग बढ़ने से सप्लाई प्रभावित, रैक लगा है
सागर । धनतेरस पर किसान खाद के लिए लाइन में लगे हैं। सोसायटियों के बाहर रात गुजार रहे हैं कि आज नहीं ताे कल खाद मिल ही जाएगा, लेकिन प्रशासन डिमांड के अनुसार खाद की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है। इससे जिलेभर में खाद के लिए किसान परेशान हैं।
मंगलवार काे सोसायटियों के बाहर किसानों की लंबी-लंबी लाइन लगी थीं। आरोप-प्रत्यारोप के बीच किसान गुस्से में दिखे। किसी काे 10 की जगह 2 बोरी मिल पाईं ताे किसी काे अकेला यूरिया मिल पाया। अब गोदामों में खाद खत्म हाे चुकी है। किसानों का आरोप है कि नेताओं और उनके चहेते बड़े किसानों काे खाद भेजा जा रहा है।
जाे किसान लाइन में लगे हैं उन्हें कमी बताई जा रही है। दूसरी तरफ अफसर कह रहे हैं कि एकदम से खाद के लिए किसानों के आने से डिमांड के अनुसार खाद उपलब्ध नहीं हाे पा रही है। रैक लगा है। जल्द किसानों काे खाद उपलब्ध हाेगी।
डीएपी की जगह ग्रोमोर दी, वह भी खत्म
किसान डीएपी की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें वैकल्पिक खाद एनपीके यानी ग्रोमोर दी जा रही है। इसके परिणाम काे लेकर किसान आशंकित हैं। हालांकि कृषि वैज्ञानिक दावा कर रहे हैं कि वैकल्पिक खाद डीएपी की तरह ही काम कर रही है। बोवनी के पहले पूरे खेत में सिंचाई की तरह पानी छोड़ा जाता है। इसमें खेत के हिसाब से और उपलब्ध संसाधन के आधार पर समय लग जाता है। किसान अब बोवनी करने की तैयारी कर चुके हैं।
कोशिश है कि दिवाली के पहले बीज खेत में डाल दिया जाए। इसके लिए खाद की जरूरत है। एक साथ जिलेभर में खाद की डिमांड बढ़ गई है। जिससे गोदामों में जाे खाद उपलब्ध था वह एक दिन में ही बंट गया। रोज सैकड़ों की तादाद में किसान डबल लॉक और मार्कफेड केंद्रों के बाहर लाइन में दिख रहे हैं।
खुरई रोड की निजी गोदाम से पुलिस के मौजूदगी में हुआ वितरण
खुरई रोड कृषि उपज मंडी में मार्कफेड का केंद्र बना हुआ है। यहां किसानों की कतार देख लाेग पास में ही नंदकिशोर कोमलचंद के निजी गोदाम पर पहुंचे। एक साथ 500 किसानों के पहुंचने से यहां रोड जाम हाे गई। भीड़ काे देखते हुए मोतीनगर पुलिस बुलानी पड़ी।
नंदकिशोर कोमलचंद के प्रबंधक नर्बदा पटेल ने बताया कि ग्रोमोर का जितना स्टॉक था, वह आज ही खत्म हाे गया है। 56000 बोरियों का रैक लगा है। सोमवार काे मंडी मार्कफेड के केंद्र और हमारे यहां से 1200-1200 बोरी डीएपी बांटा गया। किसानों काे खाद वितरण के संबंध में पर्याप्त जानकारी न हाेने से भी दिक्कत हाे रही है।
रैक लगा है, किसानों काे जल्द खाद मिलेगी
मप्र राज्य विपणन संघ की प्रबंधक राखी रघुवंशी ने बताया कि दाे दिन पहले 1470 मीट्रिक टन डीएपी आया था जाे कि बंट गया है। अब बुआई का समय आ गया है इसलिए किसान एक साथ सोसायटियों पर पहुंच रहे हैं। उपलब्ध खाद के हिसाब से वितरण हाे रहा है। डीएपी व यूरिया का रैक लगा है।
शाम काे 5 ट्रक आए थे, सुबह बोले खत्म
खाद की लाइन में लगे किसान प्रसादी पटेल ने बताया कि सोमवार काे शाम तक हम लाेग केंद्र पर थे। 5 ट्रक खाद आया था। सुबह आए ताे हम लाेगाें से कहा गया कि खाद खत्म हाे गया है। यूरिया चाहिए ताे ले जाओ।
नेताओं और बड़े किसानों काे खाद भेजा जा रहा है। इधर लाइन में लगा किसान परेशान है। सोठिया के किसान रूपसिंह ने बताया कि दाे दिन से खाद के लिए लाइन में लग रहे हैं। धनतेरस के दिन भी लाइन में थे, लेकिन खाद नहीं मिल पाई।