इंदौर। 22 अगस्त को रक्षा बंधन महा पर्व मनाया जाएगा। इस बार रक्षाबंधन पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसमें आनन्दादि मातंग, शुभ व सौभाग्य देने वाल शोभन योग रहेगा। विशेष यह है कि इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं है। इसलिए पूरे दिन शुभ मुहूर्त में बहने अपने भाइयों की कलाईयों पर रक्षासूत्र बांध सकती हैं।
आचार्य अंकित मार्कण्डेय के अनुसार 22 अगस्त रविवार को श्रावणी पूर्णिमा पर धनिष्ठा नक्षत्र व शोभन योग रहेगा, साथ ही गजकेसरी योग का निर्माण भी हो रहा है। कुंभ राशि में वक्रगत होकर भ्रमण कर रहे बृहस्पति की सातवीं दृष्टि मंगल बुधादित्य त्रिग्रही युति पर रहेगी। यह रक्षाबंधन पर्व के लिए अनुकूलता के साथ शुभफलकारी होगी।
अत्यंत शुभ है रक्षाबंधन
रक्षाबंधन के पर्व पर देवराजगुरु बृहस्पति का प्रभाव रहेगा। किसी भी पर्व त्योहार पर देवगुरु का प्रभाव अत्यंत ही शुभ माना जाता है। पं. मार्कण्डेय ने बताया कि इस बार रक्षाबंधन पर्व पर न तो भद्रा का साया है और ना ही कोई अशुभ योग है। इस दिन प्रात: 6.12 बजे तक भद्रा समाप्त हो जाएगी। उसके पश्चात शाम 4.30 बजे तक बहनें अपने भाइयों की कलाई में राखी बांध सकती हैं। चूंकि 05.18 से 6.54 तक राहुकाल है, इसलिए यह अवधि श्रेष्ठ नहीं है। राखी बांधने का मुहूर्त तो दिनभर है, लेकिन स्थिर लग्न, शुभ मुहूर्त में राखी बांधना और भी शुभ रहता है।
गजकेसरी योग
गुरु और चंद्रमा की इस युति से रक्षा बंधन पर गजकेसरी योग बन रहा है। गजकेसरी योग से इंसान की महत्वाकांक्षाएं पूरी होती हैं। धन संपत्ति, मकान, वाहन जैसे सुखों की प्राप्ति होती है। गजकेसरी योग से राजसी सुख और समाज में मान-सम्मान की भी प्राप्ति होती है।
किसे नहीं होगा लाभ
कुंडली में जब चंद्रमा और गुरु केंद्र में एक दूसरे की तरफ दृष्टि कर बैठे हो तो गज केसरी योग बनता है। यह योग लोगों को भाग्यशाली बनाता है, लेकिन अगर कुंडली में बृहस्पति या चंद्रमा कमजोर हो तो इस योग का लाभ नहीं मिल पाता है। इसके अलावा, रक्षाबंधन पर सिंह राशि में सूर्य, मंगल और बुध ग्रह एक साथ विराजमान होंगे। सिंह राशि का स्वामी सूर्य है। इस राशि में मित्र मंगल भी उनके साथ रहेगा, जबकि शुक्र कन्या राशि में होगा। ग्रहों का ऐसा योग बेहद शुभ और फलदायी रहने वाला है।
राखी बांधने के शुभ मुहूर्त लग्न अनुसार
प्रात: 6.15 से 7.51 सिंह (स्थिर लग्न)
मध्यान्ह 12.37 से 02.47 वृश्चिक (स्थिर लग्न)
शाम 06.39 से 08.12 कुंभ (स्थिर लग्न)
चौघडि?ा अनुसार
प्रात: 09.18 से 10.54 लाभ
प्रात: 10.54 से 12.30 अमृत
दो. 02.06 से 03.42 शुभ
शाम 06.54 से 08.18 उत्तम
रात्रि 08.18 से 09.42 अमृत
इंदौर
गजकेसरी, आनन्दादि मातंग योग में रक्षाबंधन का महापर्व, सजेगी भाइयों की कलाइयों पर शुभ मुहूर्त में राखी
- 21 Aug 2021