इंदौर। अष्टधातु की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टेचू आफ प्यूरिटी निर्माण के लिए अहिंसा रथ इंदौर आया है। यह रथ अब विभिन्न जैन मंदिर में जाएगा जहां से प्रतिमा के लिए अष्टधातु संग्रह किया जाएगा। यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे सामने ऐसी प्रतिमा का निर्माण हो रहा है जो हजारों सालों तक जैन धर्म की प्रभावना करेगी। यह समय उचित स्थान पर दान देने का है नहीं तो अब जीवन में कुछ ना कर पाए तो सोचते रह जाओगे।
ये बात आचार्य प्रणामसागर महाराज ने शुक्रवार को नेमीनगर जैन कालोनी में कही। वे हरियाणा राज्य के गुरुग्राम में बन रही भगवान मुनिसुव्रतनाथ की अष्टधातु की 151 फीट उंची प्रतिमा के लिए आए अहिंसा रथ के आगमन के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। संयोजक राहुल सेठी, राजेश जैन और टीके वेद ने बताया की वर्तमान में जिस तरह दक्षिण भारत की शान गोम्मटेश बाहुबली भगवान है। उसी तरह अब उत्तर भारत की शान मुनिसुव्रतनाथ भगवान की ये प्रतिमा होगी।
इस मौके पर महिला प्रकोष्ठ की मार्गदर्शक कल्पना जैन, कोषाध्यक्ष मीनल पाटनी ने बताया कि सात दिन रथ अलग-अलग मंदिरों पर जाकर खड़ा रहेगा। रथ सुबह छह से दोपहर 12 बजे तक मंदिर के बाहर दर्शन के लिए खड़ा किया जाएगा। रविवार को रथ मल्हारगंज के सभी मंदिर के साथ इतवारिया बार काच मंदिर प्रांगण में खड़ा किया जाएगा। इसके बाद अलग-अलग मंदिर क्षेत्र में रथ दर्शन के लिए पहुंचेगा। इस मौके पर अदिति जैन, सलोनी जैन, कल्पना जैन, यश जैन, राजीव जैन, राहुल जैन, सुधीर जैन, इंद्रकुमार सेठी, कैलाश लुहाडिय़ा आदि उपस्थित थे।
इंदौर
गुरुग्राम में बन रही 151 फीट ऊंची प्रतिमा के लिए अष्टधातु संग्रह के लिए आया अहिंसा रथ
- 04 Sep 2021