4 हजार रु. प्रति माह देकर किया जाता था शोषण; दो बच्चों को किया मुक्त
इंदौर। बालश्रम के खिलाफ पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई जारी है। शुक्रवार को भी टीम ने छोटी ग्वालटोली क्षेत्र में स्थित गैरजों में अभियान चलाया। यहां दो बच्चे काम करते पाए गए जिन्हें मुक्त किया गया है। इसके साथ ही गैरेज संचालकों पर कार्रवाई की जा रही है।
महिला बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधौलिया के नेतृत्व में श्रम विभाग, थाना छोटी ग्वालटोली पुलिस, प्रशासन, विशेष किशोर पुलिस इकाई, संस्था ‘आस’ व कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन द्वारा दोपहर को छोटी ग्वालटोली थाना क्षेत्र में अभियान शुरू किया। इस दौरान टीम को ईदगाह के पास अजंता ऑटो गैरेज व रफीक ऑटो गैरेज पर 14-15 वर्ष की उम्र के दो बच्चे काम करते दिखे। पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वे चंदन नगर के रहने वाले हैं तथा कुछ माह से यहां काम कर रहे हैं। इसके बदले में उन्हें 4 से 5 हजार रु. प्रति माह वेतन दिया जाता था और वे 10 घंटे यहां काम करते हैं।
इस पर इन बच्चों को मुक्त कर इन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। अभियान के दौरान आसपास के गैरजों में भी कुछ बच्चों के काम करने की सूचना मिली लेकिन भनक लगते ही गैरेज संचालकों ने उन्हें रवाना कर दिया। टीम द्वारा यह अभियान जारी रखा जाएगा जबकि संबंधित दोनों गैरेज संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
इंदौर
गैरेज पर बच्चों से कराया जा रहा था काम
- 25 Nov 2023