इंदौर । इंदौर-भोपाल वंदे भारत ट्रेन दो महीने से ज्यादा समय से कम यात्रियों के कारण लगातार घाटे में चल रही है। इसके बावजूद रेल मंत्रालय न तो ट्रेन का विस्तार कर रहा है, न ही किराया कम करने का फैसला ले रहा है।
इंदौर से भोपाल जाते समय इस ट्रेन की एसी चेयर कार श्रेणी का किराया 810 रुपए और एक्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया 1510 रुपए प्रति यात्री है। इसमें सुबह के चाय-नाश्ते का शुल्क भी शामिल है। वापसी में भोपाल से इंदौर आते समय यह ट्रेन और भी महंगी हो जाती है, क्योंकि तब यात्रियों को रात का खाना परोसा जाता है। हालांकि, यात्री बिना नाश्ता या खाना के भी सीट बुक करा सकते हैं, लेकिन उसके बावजूद ट्रेन दूसरी ट्रेनों या वॉल्वो बस की तुलना में काफी महंगी साबित हो रही है। 300 से 400 सीट रोज खाली रहती हैं। ट्रेन को लेकर विभिन्न सर्वे और फीडबेक लिए जा चुके हैं, लेकिन मंत्रालय उन पर निर्णय नहीं ले रहा है। यही हालत जबलपुर-भोपाल के बीच चल रही वंदे भारत की भी है। इन ट्रेनों को लेकर पश्चिम रेलवे और पश्चिम मध्य रेलवे रेलवे बोर्ड के निदेर्शों का इंतजार कर रहे हैं।
नागपुर तक चले, तो मिल सकते हैं ज्यादा यात्री
इंदौर-भोपाल वंदे भारत को झांसी या ग्वालियर तक बढ़ाने की चर्चा जरूर हो रही थी, लेकिन निर्णय नहीं हो सका है। इस बीच एक सुझाव यह भी आया था कि ट्रेन को नागपुर तक चलाया जाए, तो इंदौर से ट्रैफिक मिल सकता है। इंदौर-नागपुर के बीच रोजाना कोई ट्रेन नहीं है और दक्षिण भारत आने-जाने वाले भी नागपुर जाकर आगे की ट्रेनों में सवार हो सकते हैं। इसके अलावा ट्रेन नागपुर तक बढ़ेगी, तो भोपाल से नागपुर आने-जाने वाले लोगों को भी एक अतिरिक्त ट्रेन मिल सकेगी।
इंदौर
घाटे की भोपाल-इंदौर वंदे भारत को लेकर रेलवे नहीं ले रहा निर्णय, न किराया कम कर रहे, न ट्रेन का विस्तार
- 12 Sep 2023