टीकमगढ़। टीकमगढ़ में इन दिनों दिल्ली में मजदूरी करने वाले व्यक्ति को हाईकोर्ट के आदेश पर मिली पुलिस सुरक्षा चर्चाओं में है। दिल्ली में काम करने वाले तुलसीदास को टीकमगढ़ अपने घर आते ही पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने के लिए हाईकोर्ट ने एसपी को निर्देशित किया है। मजदूर जब तक टीकमगढ़ में रहता है, तब तक उसके साथ जवान तैनात रहता है। साल 2017 में मवई गांव में बैंक मैनेजर वीरेंद्र कुमार जैन ने किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए घसिया अहिरवार से 4 हजार की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत घसिया के भतीजे तुलसीदास अहिरवार ने पुलिस को थी। 20 सितंबर 2017 को मवई के मध्यांचल ग्रामीण बैंक से मैंनेजर वीरेंद्र कुमार जैन को रिश्वत लेते पकड़ा था। मामला कोर्ट भोपाल में विचाराधीन है। इसी बीच, तुलसीदास पर मैनेजर और उसके साथी बयान पलटने के लिए दबाव बनाते रहे, लेकिन तुलसीदास अहिरवार ने उनकी बात नहीं मानी।
गांव के कुछ लोगों पर लगाया हत्या का आरोप
30 मार्च 2021 को तुलसीदास के भतीजे शंकर अहिरवार का शव गांव से दूर नारगुड़ा के जंगल में मिला। इसके बाद गांव के कुछ लोगों पर तुलसीदास अहिरवार ने हत्या का आरोप लगाया। कॉल डिटेल के साथ-साथ मामले की बारीकी से जांच की मांग की थी। इसे लेकर जबलपुर हाईकोर्ट में तुलसीदास ने याचिका दायर की। मामला संदिग्ध होने के चलते फरियादी को हाईकोर्ट ने सुरक्षा उपलब्ध कराई।
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घूसखोर के आगे नहीं डिगा मजदूर
- 21 Aug 2021