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उज्जैन

चांदी की पालकी में निकले बाबा महाकाल

  • 21 Nov 2023

कार्तिक महीने की पहली सवारी; चढ़ाए 7 किलो चांदी के मुकुट, मुखौटै और कुंडल
उज्जैन। श्रावण-भादौ के बाद भगवान महाकाल की कार्तिक व अगहन मास की पहली सवारी सोमवार को निकाली जा रही है। पहली सवारी शाम 4 बजे मंदिर परिसर से निकाली गई। पहले भगवान का विधि-विधान से पूजन किया गया। इसके बाद चांदी की पालकी में बाबा प्रजा का हाल जानने निकले।
महाकालेश्वर मंदिर की परंपरा के अनुसार कार्तिक और अगहन महीने में भगवान महाकाल की चार सवारियां निकाली जाती हैं। इनमें पहली सवारी सोमवार यानी 20 नवंबर को निकाली जा रही है। इसमें बाबा पूरे लाव-लश्कर के साथ नगर भ्रमण पर निकले हैं। मंदिर के सभामडंप में भगवान के मुखौटे का पूजन किया गया। इस दौरान मंदिर के पुजारी, पुरोहित व मंदिर समिति के अधिकारी मौजूद रहे।
मंदिर से प्रारंभ हुई सवारी गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंची। यहां पूजन अभिषेक के बाद वपासी में सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, ढाबा रोड, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होकर देर शाम सवारी वापस मंदिर लौटेगी।
बैकुंठ चतुर्दशी पर सौंपेंगे सृष्टि का भार
अब 25 नवंबर को वैकुंठ चतुर्दशी पर भी महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। इस दिन भगवान महाकाल रात 11 बजे पालकी में सवार होकर आधी रात 12 बजे गोपाल मंदिर पहुंचेंगे। यहां हरि-हर का मिलन होगा। कहा जाता है कि वैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान महाकाल श्री हरि को सृष्टि का भार सौंपने गोपाल मंदिर तक जाते हैं।
महाकाल को चढ़ाए 5 लाख के आभूषण-
पुणे के एक भक्त ने भगवान महाकाल को सोमवार को 5 लाख रुपए कीमत के चांदी के आभूषण चढ़ाए। इनमें 1 चांदी का मुकुट, 1 मुंडमाला (11 मुंडों की माला), 2 कुंडल शामिल हैं। इनका वजन 7 किलो 182 ग्राम है। मंदिर समिति के प्रशासक के निज सहायक प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि मंदिर प्रबंध समिति के कोठार प्रभारी मनीष पांचाल ने चांदी के आभूषण की रसीद भी दी है।
मालवा-निमाड़ यात्रा पर निकले ओंकारजी-
ओंकार महाराज गोपाष्टमी पर मालवा निमाड़ की प्रजा का हाल जानने निकले। सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में मंगला आरती के समय ओंकार जी व माता पार्वती का विशेष श्रंगार किया। सवा मन सुकड़ी (सवा मन मोटे आटे व पंचमेवा से बनी प्रसादी) का भोग लगाकर ढोल धमाके बजाए गए।